Image Slider

गोंडा. किसान भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और कोई भी देश बिना मजबूत रीढ़ के तनकर खड़ा नहीं हो सकता. भारत को भी तनकर खड़ा होने के लिए मजबूत रीढ़ चाहिए और बिना किसानों की समृद्धि के ऐसा संभव नहीं है. इसी को ध्यान में रखकर सरकारें खेती-किसानी से जुड़ी विभिन्न योजनाएं बनाती रही हैं.

प्राथमिक लक्ष्य खेती को मुनाफे में बदलना है. यही कारण है कि इन दिनों खेती को फलदायी बनाने के लिए उसके साथ पशुपालन पर जोर दिया जा रहा है. सरकार इस दिशा में विशेष प्रयासरत है. इसी से जुड़ी यूपी के गोंडा में एक पशुपालन योजना चलाई जा रही है. इस योजना के तहत जो किसान भाई भेड़ पालन करना चाहते हैं, उन्हें सरकार के तरफ से 90% की सब्सिडी दी जा रही है.

लोकल 18 से बातचीत में जिले के प्रभारी मुख्य पशुपालन चिकित्सा अधिकारी डॉ. राकेश तिवारी बताते हैं कि इस योजना में किसान भाइयों को 20 मादा और एक नर भेड़ पालना होगा. इसके लिए सरकार की तरफ से एक लाख 53 हजार रुपये की सब्सिडी दी जा रही है. सरकार इसके लिए पांच साल का एग्रीमेंट करवाती है.

किसानों को क्या लाभ
डॉ. राकेश तिवारी बताते हैं कि पशुपालन में किसान भाइयों को दो प्रकार के लाभ होते हैं. एक तो किसान भाई भेड़ के बाल बेचकर पैसा कमा सकते हैं और दूसरा उनके मांस से भी पैसा कमाया जा सकता है.

कैसे करें आवेदन
भेड़ पालन के लिए पशुपालन विभाग से एक फॉर्म दिया जाएगा. उसे भरने के बाद आधार कार्ड और बैंक पासबुक लगाना होगा. अपने ग्राम सभा के प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी (सचिव) से सत्यापन करने के बाद फॉर्म को पशुपालन विभाग में आकर जमा कर दें. सरकार ने इस योजना के लिए सिर्फ एक मानक रखा है, जिसमें 20 मादा और एक नर भेड़ पालन अनिवार्य है.

इतने पैसे होने जरूरी
किसान भाइयों को भेड़ पालन के लिए सरकार की तरफ से 90% की सब्सिडी दी जा रही है. पूरा योजना एक लाख 70 हजार रुपये की है, जिसमें किसान भाइयों को अपने खाते में 17 हजार रुपए जमा करना है. उसके बाद सरकार की तरफ से एक लाख 53 हजार रुपये दिए जाएंगे. सरकार पूरे जिले में पांच यूनिट भेड़ पालन के लिए योजना लेकर आई है. जो भी किसान भाई इच्छुक हैं, वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.

Tags: Gonda news, Local18

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||