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गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के नवाबगंज सुनील मौर्य को नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने घर पर ही कुल्हड़ बनाने का काम शुरू कर दिया. लोकल 18 से बातचीत के दौरान सुनील मौर्या बताते हैं कि उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की. उसके बाद कई साल तक इंडियन आर्मी की तैयारी की, लेकिन आर्मी में सलेक्शन नहीं हो पाया. फिर उन्होंने यूट्यूब पर कुल्हड़ का बिजनेस देखा और उनके दिमाग में आया क्यों ना कुल्हड़ ही बिजनेस किया जाए. इसके बाद उन्होंने अपने घर पर ही कुल्हड़ का बिजनेस शुरू किया, जिससे सालाना लाखों का टर्नओवर हो रहा है.

कहां से आया कुल्हड़ बनाने का आईडिया

सुनील मौर्या बताते हैं कि कुल्हड़ बनाने का आईडिया उन्हें यूट्यूब से देखकर आया और आसपास के लोगों के द्वारा मिला. जब वह अयोध्या गए तो पता चला कि कुल्हड़ की डिमांड काफी ज्यादा है. इसके बाद मैंने कुल्हड़ का काम शुरू किया.

कहां से लाते हैं कुल्हड़ बनाने के लिए मिट्टी

सुनील मौर्या बताते हैं कि कुल्हड़ बनाने के लिए अयोध्या के दर्शन नगर से मिट्टी मंगाई जाती है और इसके लिए लचीली मिट्टी होनी चाहिए, ताकि कुल्हड़ की फिनिशिंग अच्छी हो पाए.

कितना हो रहा है टर्नओवर

सुनील मौर्या बताते हैं कि कुल्हड़ के बिजनेस से हमारा महीने का 80 से 90 हजार रुपए का टर्नओवर हो रहा है. कुल्हड़ बनाने के लिए 8 से 10 लोग मिलकर काम कर रहे हैं. प्रतिदिन 2 हजार से ढाई हजार तक कुल्हड़ तैयार हो जाता है और इनकी सप्लाई ज्यादातर अयोध्या में होती है और कुछ लोकल एरिया में की जाती है.

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