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बहराइच: अक्सर देखा जाता है कि घर में तांबे, पीतल और धातु के बर्तन हर किसी के घर में मौजूद होते हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल न होने के कारण ये काले और मैले पड़ जाते हैं. जब इनका इस्तेमाल होता है. तब इनको धोने पर भी पहले वाली बात नहीं आती है, लेकिन अब आप इन बर्तनों को इस जगह से फिर से नया करा सकते हैं. वह भी मात्र 40 से 50 रुपए देकर.

जानें कैसे हो जाते है बर्तन फिर से नए

बर्तनों को नया करने के लिए तीन प्रक्रियाओं से होकर गुजरना पड़ता है, जिसमें पहली प्रक्रिया बर्तन की तेजाब से मजाई की जाती है. फिर विशेष प्रकार की मशीन से इसकी छिलाई की जाती है. फिर छिलाई करने के बाद बर्तन की पॉलिश की जाती है.पॉलिश करने के बाद बर्तन देखकर आप अंदाजा नहीं लगा पाएंगे कि या वही पुराना बर्तन है कि नया बर्तन है.

इस छिलाई में तांबे, पीतल के बर्तन की छिलाई आप बड़े आराम से करवा सकते हैं. बस 1 घंटे के समय में बर्तन आपका चमक उठता है. अगर आप घर पर इस तरह बर्तन चमकना चाहते हैं, तो आप नहीं चमका सकते हैं. वहीं, अगर सफाई के ऊपर खर्च की बात करें तो यह बर्तन के हिसाब से होता है जिसकी शुरुआत 30 रुपए से लगाकर 100 तक होती है.

यूपी के लगभग शहरों में होती है बर्तनों की सफाई!

बर्तनों की सफाई के लिए जरूरी नहीं है कि आपको यूपी के बहराइच जिले में ही आना पड़े. बहराइच जिले समेत आपको लखीमपुर, लखनऊ, गोरखपुर समेत तमाम जिलों में आपको बर्तनों की बड़ी मार्केट में बर्तनों की सफाई वाले कारीगर बड़े आराम से मिल जाएंगे. जहां आप इन बर्तनों की सफाई कर सकते हैं. जहां बहुत सारे लोग शादी विवाह में तांबे,पीतल के रखे हुए बर्तन को देने में कतराते हैं. क्योंकि वह देखने में गंदे और  मैले लगते हैं.

हालांकि उनकी कीमत में कोई गिरावट नहीं होती है, लेकिन जब उनकी सफाई कर दी जाती है तो यह बिल्कुल नए जैसे हो जाते हैं. फिर आप उनको शादी विवाह या दान भी देना चाहें, तो बड़े आराम से दे सकते हैं. अगर आप बहराइच जिले में है और बहराइच जिले में आप बर्तनों की सफाई करना चाहते हैं. तो आपको बहराइच शहर के मोहल्ला गुलामअलीपुरा बर्तन वाली गली में आना पड़ेगा. जहां आपको बर्तन को नए करने वाले कई कारीगर मिल जाएंगे. जहां आप अपने बर्तनों को फिर से नया करवा सकते हैं.

Tags: Bahraich news, Local18, Tips and Tricks, UP news

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