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गाजियाबाद: मेहनत की कमाई से लोग बड़े शहरों में घर खरीदते हैं और वहां सुख-सुविधा से रहना चाहते हैं लेकिन शहरों का प्रदूषण लोगों के सपनों पर पानी फेर रहा है. इतना ही नहीं प्रदूषण लोगों को बीमार भी कर रहा है. प्रदूषण रोकने के लिए तमाम तरह के उपाय भी किए जा रहे हैं लेकिन उसके बावजूद यह घट नहीं रहा है. उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले की बात करें तो वहां पिछले पांच सालों में लोगों को महज 53 दिन ही साफ हवा मिल सकी है. इस वर्ष नवंबर 2024 तक केवल आठ दिन ही साफ हवा मिली है.

फेल हुए हवा-हवाई दावे करने वाले अफसर, गाजियाबाद में वायु प्रदूषण का कहर जारी
2024 के नवंबर महीने में सिर्फ आठ दिन ही लोगों को साफ हवा मिली है. वर्ष 2020 में सबसे अधिक केवल 13 दिन साफ हवा मिल सकी थी. नगर निगम ने वसुंधरा और मोहन नगर में अभियान चलाकर खुले में निर्माण सामग्री बेचकर प्रदूषण फैलाने वालों पर जुर्माने की कार्रवाई भी की गई. साल बीतते जा रहे हैं और लोगों की साफ हवा की उम्मीद भी टूटती जा रही है. बीते पांच वर्ष में महज 53 दिन ही साफ हवा मिल सकी है.

इस वर्ष नवंबर 2024 में आठ दिन ही साफ हवा मिली है. वर्ष 2020 में सबसे अधिक केवल 13 दिन ही साफ हवा मिल सकी थी. इससे साफ जाहिर है कि तमाम योजनाओं के सहारे हवा-हवाई दावे करने वाले जिम्मेदार अधिकारी प्रदूषण रोकथाम में फेल साबित हो रहे हैं.

प्रदूषण के मुख्य कारणों में ई-वेस्ट जलाकर धातु निकालना, टूटी सड़कों से उड़ती धूल, भवन और अन्य निर्माण कार्य के साथ ही फैक्ट्रियों का धुंआ और सड़कों पर चलते कबाड़ वाहन प्रदूषण का बड़ा कारण हैं. गाजियाबाद के सबसे प्रदूषित (हॉटस्पॉट) इलाकों की बात करें तो साहिबाबाद, राजनगर एक्सटेंशन, लोनी, भोपुरा-दिल्ली बॉर्डर और वसुंधरा में ज्यादा प्रदूषण है.

प्रदूषण फैलाने पर लगाया 21 हजार जुर्माना
नगर निगम की टीम ने शनिवार को वसुंधरा व मोहननगर में सड़क किनारे खुले में निर्माण सामग्री बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की. पर्यावरण क्षतिपूर्ति के रूप में 21 हजार का जुर्माना लगाते हुए निर्माण सामग्री को हटाया गया.

वसुंधरा के सेक्टर 10 में खुले में निर्माण सामग्री की बिक्री पाई गई. इस दौरान विक्रेता पर 19 हजार का जुर्माना लगाया और साथ ही खुले में बिक रही निर्माण सामग्री को हटाया गया. मोहन नगर जोन के शालीमार गार्डन विक्रम एन्क्लेव में अभियान चलाते हुए चार का जुर्माना वसूला गया.

खुले में निर्माण सामग्री नहीं बेचने का निर्देश
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि ग्रेप की पाबंदियां लागू हैं. सभी दुकानदारों को खुले में निर्माण सामग्री न बेचने की कड़ी चेतावनी दी गई है. उन्होंने बताया कि प्रदूषण रोकथाम के लिए सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. लोगों से भी घरों के आसपास पानी का छिड़काव करने की अपील की गई है. लोग ग्रेप के नियमों का पालन करें इसके लिए जागरूक भी किया जा रहा है.

निर्माण कार्य होता पाए जाने पर होगी कार्रवाई
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि ग्रेप की पाबंदियों के अंतर्गत निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से रोक है. अगर कहीं भी निर्माण कार्य होता पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

Tags: Air pollution, Ghaziabad News, Ghaziabad News Today, Local18, NCR Air Pollution

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