यह मामला गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के कुसलिया गांव का है. जहां एक किसान ने अपनी बेटी की शादी में महंगी गाड़ी देने के बजाय ससुराल पक्ष को गिफ्ट में ट्रैक्टर दिया है. किसान की अब खूब सराहना हो रही है. पूछे जाने पर लड़की के पिता ने बताया, “मैंने सोचा कि ससुराल पक्ष पर किसी तरह का बोझ न पड़े. मेरी बेटी का ससुराल पक्ष भी किसान है, इसलिए हमने सलाह-मशवरा कर ट्रैक्टर देने का फैसला किया.” उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपनी बेटी की शादी रिश्तेदारी में ही की है. मेरी बेटी की जिस घर में शादी हो रही है वह घर भी किसान है, मेरा दामाद भी किसानी करता है. जिसके बाद मैंने बेटी के ससुरालवालों से पूछा कि आपको क्या चाहिए कार या ट्रैक्टर? इस पर उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर.
बेटे की नौकरी लगवाने के लिए मां ने फेंके 34 लाख, झट से मिला ज्वाइनिंग लेटर, खोलते ही बिगड़ी शक्ल
उन्होंने आगे बताया कि कार में कई तरह के खर्चे हैं, बीमा, सर्विस और अन्य, जो काफी महंगे है. वहीं ट्रैक्टर से आप अपने खेत का पूरा काम कर सकते हैं और अन्य खेतों में भी काम हो सकता है. वहीं लड़की के बाप ने हर किसान से अपील करते हुए कहा कि अपनी बेटी की शादी में दामाद को जरूरत का सामान दे, अगर वह टेंपो चलाता है तो टेंपो दे और अगर रिक्शा चलाता है तो रिक्शा दे.
संभल जामा मस्जिद में चल रही थी नमाज, तभी पहुंचा युवक, बोला- ‘भोलेनाथ’, फिर जो हुआ…
परिवार के अन्य सदस्य भी इस फैसले से बेहद खुश हैं. परिजन हुमायूं मिर्जा ने इसे एक सकारात्मक पहल बताया. उन्होंने कहा कि यह एक बेहतरीन उदाहरण है. यह दिखाता है कि कैसे एक किसान अपने परिवार की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए फैसले लेता है. सकील बेग के इस फैसले ने न केवल क्षेत्र में बल्कि समाज में भी एक नई सोच को बढ़ावा दिया है. ये पहल बताती है कि दिखावे से ज्यादा जरूरी व्याहारिकता जरूरी है यह एक सकारात्मक सोच है.
Tags: Ghaziabad News, UP news
FIRST PUBLISHED : December 21, 2024, 18:49 IST
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||