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महाराष्ट्र3 मिनट पहले

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सरेंडर के बाद दोनों नक्सलियों (बीच में) के साथ सुरक्षाबलों की तस्वीर।

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में शनिवार को दो नक्सलियों ने सीआरपीएफ और पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। इन दोनों पर 8 लाख रुपए का इनाम था। बताया जा रहा है कि इन्होंने परिवार के दबाव में सरेंडर किया है।

पुलिस के मुताबिक 55 साल के रामसु दुर्गू पोयम उर्फ नरसिंह और 25 साल के रमेश कुंजाम उर्फ गोविंद ने सरेंडर किया है। रामसु महाराष्ट्र के गढ़चिरौली का, जबकि रमेश छत्तीसगढ़ का रहने वाला है।

पांच मर्डर कर चुका था रामसु

रामसु दुर्गु ने 1992 में नक्सली संगठन टिपागढ़ एलओएस को जॉइन किया था। इसके बाद उसने 2010 में कुतुल और नेलनार एलओएस जॉइन की थी, जहां उसने एरिया कमेटी सदस्य के रूप में काम किया। रामसु के खिलाफ करीब 12 मामले दर्ज हैं जिनमें छह मुठभेड़, पांच मर्डर और एक डकैती का मामला है। पुलिस ने इस पर 6 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।

रमेश ने 2019 में जॉइन किया था संगठन

दूसरे नक्सली रमेश कुंजाम ने 2019 में मिलिशिया संगठन जॉइन किया था। 2020 में वह चेतना नाट्य मंच यानी सीएनएम का सदस्य बना और नक्सली गतिविधियों का हिस्सा बन गया। 2021 में उसने कुतुल एलओएस के सदस्य के तौर पर काम शुरू किया। कुंजाम पर पुलिस ने 2 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।

परिवार के दबाव में सरेंडर किया

जानकारी के मुताबिक दोनों नक्सलियों पर सरेंडर के लिए परिवार ने दबाव बनाया था। साथ ही गढ़चिरौली पुलिस की नक्सलियों पर लगातार बढ़ती कार्रवाई भी सरेंडर करने की बड़ी वजह है। आत्मसमर्पण के बाद दोनों नक्सलियों को पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार और महाराष्ट्र सरकार से घोषित इनाम के रूप में 4.5 लाख रुपए मिलेंगे।

2022 के बाद 33 नक्सलियों का सरेंडर

दरअसल नक्सली विरोधी अभियान में तेजी लाने और नक्सलियों से सरेंडर कराने के लिए पिछले कुछ समय से सरकार पुनर्वास नीति चला रही है। ऐसे में यदि कोई नक्सली सम्मानजनक जीवन जीने के लिए पुलिस या सीआरपीएफ के सामने सरेंडर करता है तो उसे अपना आगे का जीवन सही तरह से जीने के लिए एक निश्चित रकम दी जाती है। सरकार के इस अभियान के बाद महाराष्ट्र में 2022 से अब तक कुल 33 कट्टर नक्सलियों ने सरेंडर किया है, जिनमें से 20 सरेंडर साल 2024 में भी ही हुए हैं।

गढ़चिरौली एसपी नीलोत्पल ने कहा है लोकतंत्र के रास्ते से सरेंडर करने और समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के इच्छुक लोगों को सभी आवश्यक मदद दी जाएगी।

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