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-अवैध शराब और ओवर रेटिंग की शिकायतों पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर जिले में चल रही कार्रवाई
-आबकारी विभाग की टीम ने दबोचा शराब तस्कर और विक्रेता, 10 रुपये के लालच ने पहुंचाया जेल
-क्रिसमस व नववर्ष पर्व को लेकर दिन-रात सड़कों पर मुस्तैद आबकारी विभाग की टीम

उदय भूमि
गौतमबुद्ध नगर। जनपद गौतमबुद्ध नगर में अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा छेड़ी गई मुहिम ने जिले में हड़कंप मचा रखा है। आबकारी विभाग की टीम द्वारा की जा रही लगातार कार्रवाई से हर दिन तस्कर और विक्रेता दोनों ही जेल की हवा खाने को मजबूर है। गौरतलब हो कि जनपदीय आबकारी विभाग की टीम शराब तस्करों के खिलाफ बीच-बीच में कार्रवाई का ट्रेंड बदलती रहती है। कभी शराब तस्कर तो कभी विक्रेता, दोनों पर शिकंजा कसने के लिए कार्रवाई जारी रहती है। कुछ दिन बाद क्रिसमस का पर्व है और उसके बाद नववर्ष, दोनों पर्व को लेकर ओर जहां सभी मॉल, रेस्टोरेंट और बारों में अभी से पार्टी के लिए तैयारियां तेज हो गई है, तो वहीं आबकारी अधिकारी ने भी दोनो पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए तैयारी पूरी कर ली है। बाहरी राज्यों से शराब तस्करी करने वाले हो या फिर क्षेत्रीय शराब तस्कर हो, दोनो को कार्रवाई के लपेटे में लिया जा रहा है। जनपद को अवैध शराब के कारोबार से मुक्त करने के लिए आबकारी विभाग की टीमें दिन-रात भूख प्यास को भूलकर पूरी शिद्दत से जुटी हुई है। यह इसलिए कि जनपदवासी सुरक्षित रह सकें। शराब तस्करों पर कार्रवाई का उद्देश्य जनपदवासियों को अवैध शराब के सेवन से बचाना है। नहीं तो ना जाने कितने लोग जानकारी के आभाव में सस्ती शराब का सेवन कर अपने स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करते है। उसके बाद अगर कुछ गलती से कुछ हो जाए तो सारा ठिकरा विभाग के माथे मड दिया जाता है।

देखा जाए तो उत्तर प्रदेश में आबकारी विभाग एक ऐसा विभाग है, वह चाहे जितनी भी कार्रवाई कर लेें, लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता की मुहिम चला लें, मगर उसके बाद भी धरातल पर काम करने वाली टीम को शाबासी तो छोड़िए प्रोत्साहित के लिए दो शब्द किसी के पास नहीं होते है, जिससे उनका और हौसला बढ़ा सकें। सड़ी गर्मी हो या फिर कड़ाके ठंड, मगर इन सबके बीच में आबकारी विभाग की टीम जनहित में 24 घंटे कभी सड़कों पर अपने कर्तव्यों को अंजाम देती नजर आती है। जिस तरह से सरकार के खजाने को भरने में आबकारी विभाग की हमेशा से अग्रणी रहती है, उसी तरह कार्रवाई में भी अगर देखा जाए तो शराब तस्करों पर सबसे अधिक कार्रवाई पुलिस से ज्यादा आबकारी विभाग ही करती नजर आती है। अगर जनपद के लोग भी अगर थोड़ा सा आबकारी विभाग की कार्रवाई में अपना सहयोग दें तो जिले को अवैध शराब से मुक्त करने में कोई ताकत नहीं रोक सकती है। मगर अपने कम संसाधनों में भी जिले में आबकारी विभाग की टीमें अच्छा प्रदर्शन कर रही है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने एक बार फिर से कार्रवाई करते हुए शराब तस्कर और विक्रेता को गिरफ्तार किया है।

जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने बताया उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में जिलाधिकारी एवं पुलिस आयुक्त गौतमबुद्ध नगर के निर्देशन में जनपद में अवैध शराब की बिक्री और परिवाहन के खिलाफ प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई भी कर रही है। शुक्रवार को आबकारी निरीक्षक गौरव चन्द की टीम द्वारा थाना फेस-1 स्थित सेक्टर-5 पार्क के गेट के पास मुखबिर की सूचना पर दबिश दी गई। दबिश के दौरान अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे अनिल कुमार पुत्र दुर्गपाल को गिरफ्तार किया गया। जिसके पास से कटरीना देशी शराब ब्रांड के 35 पौवे 200 एमएल देशी शराब यूपी मार्का बरामद किया गया।

पूछताछ में तस्कर ने बताया कि पकड़ा गया तस्कर क्षेत्र की लाइसेंसी दुकान से ही शराब खरीद कर महंगे दामों में बेचता था। जो कि दिन में मजदूरी और रात में शराब तस्करी करता था। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक नामवर सिंह और थाना कासना की संयुक्त टीम द्वारा कासना स्थित ढाडा सार्विस रोड पर मिर्जा कंपनी टी बिन्दु के पास से अवैध रुप से शराब तस्करी कर रहे बॉबी पुत्र ओमप्रकाश को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से 200 एमएल धारिता के 45 पौवे देशी शराब कैटरीना ब्रांड यूपी मार्का बरामद किया गया। वहीं आबकारी निरीक्षक चंद्रशेखर की टीम द्वारा गुरुवार रात को क्षेत्र में निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान दुकानों की चेकिंग के साथ गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराई गई। विदेशी शराब अनुज्ञापन बीटा-2 पर गोपनीय रूप से टेस्ट परचेज कराया गया। जहां पर विक्रेता अतुल कुमार पुत्र राजकिशोर को ओल्ड मोंक द लेजेंड रम धारिता 375 एमएल एमआरपी 390 रुपये पर 10 रुपये अधिक 400 रुपये में उक्त शराब को बेच रहा था। आरोपी ने ग्राहक से ऑनलाइन अवैध वसूली की। उक्त विक्रेता के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करते हुए थाना बीटा-2 में मुकदमा दर्ज कराया गया। साथ ही विक्रेता को आबकारी विभाग के पोर्टल पर ब्लैक लिस्ट करते हुए अनुज्ञापी पर जुर्माना और कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। साथ ही विक्रेताओं के साथ लाइसेंसियों को भी सख्त हिदायत दी है कि अगर ओवर रेटिंग की शिकायतों में विक्रेता के साथ किसी भी लाइसेंसी और संबंधित इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध पाई गई तो कार्रवाई तय है। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।

पांच-दस रुपये का लालच विभाग की छवि को लगा रहा पलीता
शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग करने वाले विक्रेता ग्राहकों से अधिक वसूली तो नहीं बल्कि 5, 10 रुपये की अधिक वसूली करते है। कई बार ग्राहक भी 5, 10 रुपये देकर निकल जाते है। मगर इस बीच में कई बार विक्रेताओं का यही लालच आबकारी विभाग की छवि को धूमिल करने का सबसे कारण बन जाता है। अगर आबकारी विभाग के साथ लाइसेंसी भी थोड़ा बहुत अपनी दुकानों पर विक्रेताओं के कार्यों पर अपनी नजर रखें तो काफी हद तक ओवर रेटिंग की शिकायतों पर रोक लग सकती है। विभाग की छवि को धूमिल करने में विक्रेता हो या फिर लाइसेंसी दोनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आबकारी विभाग ने अपनी कार्रवाई को धार देना शुरु कर दिया है। विक्रेताओं पर नजर रखने के लिए आबकारी विभाग ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया है। आबकारी विभाग के साथ-साथ उनके मुखबिर तंत्र भी ओवर रेटिंग के मामलों में लिप्त विक्रेता और लाइसेंसियों की सांठगांठ को तोड़ने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे।

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