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नई दिल्ली3 मिनट पहले

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अतुल सुभाष ने 9 दिसंबर को बेंगलुरु में सुसाइड किया था।

एआई इंजीनियर अतुम सुभाष की मां अंजू मोदी ने अपने 4 साल के पोते की कस्टडी के सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने कोर्ट में हेबियस कॉर्पस (बंदी प्रत्यक्षीकरण) याचिका लगाई है।

इसमें दावा किया गया है कि बेटे सुभाष की पत्नी निकिता और ससुराल पक्ष के गिरफ्तार लोग पोते के बारे में नहीं बता रहे हैं। वर्तमान में पोता कहां है इसकी जानकारी हमें नहीं है।

वहीं, निकिता ने बेंगलुरु पुलिस की पूछताछ में बताया कि बेटा चाचा सुशील सिंघानिया की कस्टडी में है। फरीदाबाद के बोर्डिंग स्कूल में उसका नाम रजिस्टर्ड है। इधर सुशील ने बच्चे के बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही है।

जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस एन कोटेश्वर सिंह की बेंच ने याचिका पर संज्ञान लिया। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कर्नाटक की सरकारों को नोटिस जारी कर बच्चे की स्थिति का जानकारी देने का कहा है। मामले में अगली सुनवाई 7 जनवरी को होगी।

9 दिसंबर को AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने बेंगुलरु में अपने फ्लैट में सुसाइड नोट और वीडियो बनाकर जान दे दी थी। इसके बाद अतुल के परिवार ने पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके परिवार पर अतुल को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप लगाए थे।

17 दिसंबर को अतुल के पिता पवन मोदी ने कहा था-

मैं अपने भारत के न्याय प्रणाली पर कोई सवाल नहीं उठा रहा हूं। हमारी न्याय प्रणाली बहुत अच्छी है, लेकिन उसका दुरुपयोग भी हो रहा है। मैं तो उस पोते का दादा हूं, जिसका पता अभी तक नहीं चल पाया है। जिसका चेहरा मैंने आज तक कभी सामने से नहीं देखा। मुझे डर है कि अगर वह आपराधिक किस्म के लोगों के साथ रहेगा तो कहीं वह भी अपराधी ना कहलाए।

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अतुल की मां अंजू मोदी ने कहा-

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मैं हर चीज को सह लेती थी, लेकिन अब मेरी बस यही इच्छा है कि मैं अपने पोते को अपने सामने देखूं। मेरा पोता, मेरा दूसरा अतुल सुभाष होगा। मैं अपने पोते के सहारे जी लूंगी। मेरे पोते को कोई दिलवा दो। अभी तक व्योम का कोई पता नहीं चल पाया है। वह कहां है, किसके साथ है। पुलिस भी उसकी लगातार छानबीन कर रही है।

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गिरफ्तार निकिता सिंघानिया उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया।

निकिता, उसकी मां और भाई गिरफ्तार हरियाणा के गुरुग्राम से 15 दिसंबर को निकिता सिंघानिया को गिरफ्तार किया गया था। उसकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद तीनों को बेंगलुरु की एक अदालत में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।

1 घंटे 20 मिनट का VIDEO बनाकर अतुल ने सुसाइड किया मूल रूप से बिहार के रहने वाले अतुल सुभाष ने 24 पेज का सुसाइड लेटर लिखा और अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी। उनका शव बेंगलुरु के मंजूनाथ लेआउट में उनके फ्लैट से बरामद हुआ था। मरने से पहले उन्होंने 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो भी बनाया। सुसाइड से पहले उन्होंने कोर्ट के सिस्टम और पुरुषों के खिलाफ झूठे केस पर भी सवाल उठाए थे।

अतुल ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर की एक जज पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने अपने लेटर में लिखा है कि जज ने मामले को रफा-दफा करने के नाम पर 5 लाख रुपए मांगे थे। अतुल ने यह भी लिखा था कि उनकी पत्नी और सास ने उन्हें सुसाइड करने को कहा था और इस पर उक्त जज हंस पड़ी थीं। पूरी खबर पढ़ें…

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AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में हर दिन नई बात सामने आ रही है। अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, उनकी सास और साला इस वक्त पुलिस गिरफ्त में हैं। वहीं, अतुल का परिवार अब अपने पोते को लेकर चिंतित है। पूरा परिवार उसको खोज रहा है। अतुल का बेटा व्योम 4 साल का होने वाला है। 20 फरवरी को उसका जन्मदिन है। अतुल ने बेटे के लिए एक खास गिफ्ट तैयार करके रखा था। पूरी खबर पढ़ें…

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AI इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी, सास और भाई को गिरफ्तार किया है। बहू की गिरफ्तारी के बाद अतुल सुभाष के पिता पवन कुमार मोदी ने कहा कि लड़की वालों की गिरफ्तारी से एक उम्मीद जगी है, लेकिन न्याय अभी बाकी है। साथ ही उन्होंने अतुल-निकिता के बेटे और अपने पोते व्योम की कस्टडी मांगी है। पूरी खबर पढ़ें…

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