Image Slider

IAS Story, IAS Lokesh M.Story: सोशल मीडिया पर एक सरकारी दफ्तर की तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में उत्तर प्रदेश के एक सरकारी ऑफिस के कर्मचारी खड़े होकर काम कर रहे हैं. असल में, कर्मचारियों की लापरवाही से नाराज एक आईएएस ने आधे घंटे तक ऑफिस वालों को खड़े रहकर काम करने की अनोखी सजा दी, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. आइए आपको बताते हैं कि ये आईएएस अधिकारी कौन हैं और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा कब पास की?

ceo Noida Authority, IAS Lokesh M, ias lokesh m biography, ias lokesh m story, upsc, bds doctor, ias story, ceo of noida authority, employee punishment, standing for half an hour, noida news, dm lokesh m, lokesh m news

CEO Noida Authority IAS Lokesh M Story: लोकेश एम क्‍यों सुनाई ऐसी सजा?

अपने ऑफिस के कर्मचारियों को अनोखी सजा देने वाले इस आईएएस अधिकारी का नाम लोकेश एम है. लोकेश एम इन दिनों नोएडा विकास प्राधिकरण के सीईओ हैं. उन्होंने कर्मचारियों की लापरवाही पर सख्त एक्शन लिया और स्टाफ को आधे घंटे खड़े होकर काम करने के निर्देश दिए. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद लोकेश एम की हर तरफ चर्चा होने लगी.

IAS Lokesh M UPSC:2005 बैच के आईएएस हैं लोकेश एम
आईएएस लोकेश एम मूल रूप से बेंगलुरु के रहने वाले हैं. यूपी सरकार की वेबसाइट niyuktionline.upsdc.gov.in पर उपलब्‍ध जानकारी के अनुसार 3 अप्रैल 1976 को जन्मे लोकेश एम ने पहले मेडिकल की पढ़ाई की. वह बीडीएस करके डेंटल डॉक्टर बने, जिसके बाद उनके नाम के आगे “डॉक्टर” लग गया और वह डॉक्टर लोकेश एम हो गए. बीडीएस डॉक्टर बनने के बाद उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा दी और वर्ष 2005 में यूपीएससी की परीक्षा पास करके आईएएस बन गए.

IAS Posting Details: कहां-कहां रही पोस्टिंग
लोकेश एम की नियुक्ति 22 अगस्त 2005 को आईएएस के रूप में हुई और उनका कंफर्मेशन 22 अगस्त 2007 को हुआ. मसूरी में आईएएस की ट्रेनिंग के बाद वर्ष 2006 में अलीगढ़ में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के रूप में उनकी नियुक्ति हुई, जहां वह 10 अगस्त 2007 तक ट्रेनिंग पीरियड में रहे. इसके बाद सहारनपुर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर उनकी तैनाती हुई, जहां वह 4 मई 2008 तक रहे. सहारनपुर के बाद वह इलाहाबाद में 26 मई 2009 तक मुख्य विकास अधिकारी के पद पर रहे.

Lokesh M Story: सबसे पहले कहां के डीएम बने?
लोकेश एम को सबसे पहले 27 मई 2009 को कौशांबी का डीएम बनाया गया, जहां वह 20 फरवरी 2011 तक इस पद पर रहे. इसके बाद वह अमरोहा, गाजीपुर और एटा के जिलाधिकारी रहे. 27 सितंबर 2013 को वह यूपी हार्टिकल्चर व फूड प्रोसेसिंग, यूपी हाउसिंग डिपार्टमेंट में स्पेशल सेक्रेटरी रहे. 4 फरवरी 2014 को वह कुशीनगर के डीएम बने. इसके बाद 7 जुलाई 2016 तक मैनपुरी के डीएम रहे. वह 8 जुलाई 2016 से 25 जुलाई 2021 तक कर्नाटक में डेप्यूटेशन पर चले गए. 25 जुलाई 2021 को वह वापस यूपी कैडर में आ गए और सहारनपुर के डिविजनल कमिश्नर बने. यहां वह 31 मई 2023 तक रहे. इसके बाद कानपुर नगर के डिविजनल कमिश्नर और लेबर कमिश्नर रहे. 19 जुलाई 2023 से वह नोएडा विकास प्राधिकरण के सीईओ और नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी बने.

SDM Story: RAS परीक्षा पास करके बना अधिकारी, बेच दी IAS टीना डाबी के इलाके की 2350 बीघा जमीन

Noida Authority CEO: क्‍यों दी ये सजा
नोएडा विकास प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम अपने ऑफ‍िस में बैठे थे. इस दौरान उन्‍होंने सीसीटीवी कैमरे की स्क्रीन पर देखा कि एक बुजुर्ग दंपति काफी देर से खड़े हैं. इस पर उन्होंने तुरंत आवासीय विभाग को निर्देश दिया कि उनकी समस्या का समाधान तुंरत करें, लेकिन 15-20 मिनट बाद भी उन्‍होंने देखा तब भी वे बुजुर्ग दंपति खड़े थे. जिसके बाद वह खुद आवासीय विभाग के कर्मचारियों के पास पहुंचे. वहां मौजूद स्टाफ को कड़ी फटकार लगाई और उन्‍होंने कर्मचारियों को ये सजा सुना दी.

पढ़-लिखकर बनीं आईपीएस अधिकारी, आईजी बनकर लिया ऐसा फैसला, चौंक गए लोग

Tags: IAS exam, IAS Officer, UPSC, Upsc exam, UPSC Exams

———-

🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।

 

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||