ठंड से बचने के लिए लोगों को आग का सहारा लेना पड़ रहा है।
हरियाणा में छठे दिन भी शीतलहर का कहर जारी है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 17 जिलों में अलर्ट जारी किया है। हालांकि धूप खिलने से तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है। रात के न्यूनतम तापमान में औसतन 2 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। इसके बाद भी यह सामान्य से 2 डिग्र
हिसार में सबसे कम तापमान 1.7, सोनीपत में 2 और नारनौल में 3.8 डिग्री दर्ज किया गया। हिसार में लगातार तीसरे दिन पारा 2 डिग्री से नीचे रहा। मौसम विभाग ने प्रदेश के 16 जिलों में 14 और 15 दिसंबर को शीतलहर का येलो अलर्ट भी जारी किया है। दिन में धूप खिलने से लोगों को सर्दी से राहत मिलेगी।
खेदड़ पावर प्लांट के सामने हिसार-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरते वाहन
महेंद्रगढ़ में सुबह हल्की धुंध नजर आई। यहां रात को तापमान 5 डिग्री से कम रहा।
जींद जिले में धूप खिली हुई है और हल्का कोहरा भी छाया हुआ है।
17 जिलों में शीतलहर का अलर्ट हरियाणा में बढ़ती शीतलहर को देखते हुए चंडीगढ़ समेत 17 जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात और पलवल शामिल हैं।
इन जिलों में 10 से 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलेंगी, कुछ जगहों पर बादल छाने के भी आसार हैं। इन दिनों प्रदेश में चल रही उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ है। पिछले कुछ दिनों से एक्यूआई 200 से नीचे आ गया है। पंचकूला समेत 5 जिले ऐसे हैं, जहां हवा थोड़ी खराब बनी हुई है।
झज्जर जिले में मौसम साफ है, हल्का कोहरा छाया हुआ है।
आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विशेषज्ञ चंद्रमोहन ने बताया, पश्चिमी उत्तरी बर्फीली हवाओं के कारण हरियाणा में ठंड बढ़ गई है। हालांकि, आठ से दस किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के कारण धुंध और कोहरा नहीं है। आने वाले दिनों में भी इसी तरह का मौसम रहने की उम्मीद है।
मौसम में कुछ बदलाव 16 दिसंबर के बाद ही देखने को मिलेगा। इससे तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा। हालांकि, मौसम साफ होने के बाद भी पहाड़ों से आने वाली हवाओं के कारण आने वाले दिनों में दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है।
पाले को लेकर एडवाइजरी जारी
किसान इन बातों का रखें ध्यान पाले का असर अगेती सरसों, आलू, सब्जियों की नर्सरी और छोटे फलदार पौधों पर ज्यादा पड़ता है। हरियाणा में पाला आमतौर पर दिसंबर से फरवरी के महीने में ही पड़ता है। इसके जम जाने से पौधे को नुकसान होता है। इससे बचाव के लिए किसान सब्जियों व फलदार पौधों में सिंचाई करें, ताकि जमीन का तापमान बढ़ सके।
खेत के किनारे पर और 15 से 20 फुट की दूरी पर जिस ओर से हवा आ रही है, रात के समय कूड़ा-कचरा, सूखी जलाकर धुआं करना चाहिए, इससे तापमान बढ़ेगा और पाले का असर कम होगा। फल और सब्जियों की नर्सरी को पॉलीथिन और भूसे से ढक कर रखें।
पशुओं की ऐसे करें देखभाल सर्दियों में पशु कम पानी पीते हैं। इससे उनमें पानी की कमी हो जाती है। इससे दूध में गिरावट हो सकती है। पशुओं को गुनगुना पानी देना चाहिए। पशुओं को सामान्य से 0.8 प्रतिशत ज्यादा ऊर्जा से भरपूर खाना देना चाहिए। पशुओं के दूध में फैट बढ़ाने के लिए चारे में करीब 17 प्रतिशत फाइबर (हरा व सूखा चारा) शामिल करें।
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मौसम विभाग ने पंजाब और चंडीगढ़ में शीतलहर और ठंड को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चंडीगढ़ समेत पंजाब के ज्यादातर जिलों में ठंडी हवाएं चल रही हैं। लेकिन दोपहर में खिल रही धूप हल्की राहत दे रही है। पंजाब में शुक्रवार को सबसे कम तापमान संगरूर में दर्ज किया गया, जो 1.1 डिग्री पर पहुंच गया। पूरी खबर पढ़ें
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