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हरियाणा के यमुनानगर में 800 मेगावाट यूनिट की क्षमता के नए दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट को लेकर लापरवाही सामने आई है। जनवरी में मंजूरी मिलने के बाद भी अभी तक प्लांट के निर्माण को लेकर एनवायरनमेंट क्लीयरेंस नहीं ली गई।

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इससे फरवरी में टेंडर अलॉट हो जाने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। पिछले महीने चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर ने ऊर्जा विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी, जिसमें यह मुद्दा उठा था। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई।

इसके बाद अब क्लीयरेंस के लिए ऊर्जा विभाग की ओर से एक कंसल्टेंट हायर किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही NOC मिल जाएगी।

केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्‌टर ने हाई पावर वर्कर्स परचेज कमेटी (HPGCL) की मीटिंग में टेंडर को मंजूरी दी थी। इस मीटिंग में पूर्व बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला भी मौजूद थे।

फरवरी में टेंडर अलॉट किया था इस प्लांट का निर्माण 57 महीने में पूरा होना था। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्‌टर ने फरवरी में भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) को निर्माण के लिए 6900 करोड़ रुपए का टेंडर अलॉट किया था। पूर्व सीएम ने यह मंजूरी हाई पावर वर्कर्स परचेज कमेटी (HPGCL) की मीटिंग में दी थी। इस मीटिंग में पूर्व बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला भी मौजूद थे।

ये हैं प्लांट की विशेषताएं इस प्लांट में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल यूनिट लगेगी। जबकि अभी तक सब-क्रिटिकल यूनिट लगी हुई हैं। यह पहले लगी यूनिट से 8 प्रतिशत ज्यादा क्षमता की हैं। इसमें कोयले की खपत कम होगी और बिजली सस्ती बनेगी। साथ ही प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए सभी उपकरण लगाने का प्रावधान किया गया है।

मेक इन इंडिया की तर्ज पर बननी है यूनिट 800 मेगावाट की नई यूनिट मेक इन इंडिया की तर्ज पर होगी, यानी प्लांट पूर्णरूप से स्वदेशी होगा। मौजूदा समय में 300-300 मेगावाट की जो इकाई लगी हैं, उसमें चाइना में बनी मशीनों का उपयोग हो रहा है। नई यूनिट की मशीनें स्वदेशी और आधुनिक होंगी।

इसकी चिमनियां व कूलिंग टावर छोटे होंगे। इस कारण तेजी से बिजली बनेगी और प्रदूषण भी कम होगा। इसके लिए 400 केवी लाइन अलग से बिछाई जाएगी। इसके बनने से युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। नया प्लांट लगने से जिले से 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा।

निदेशक बोले- क्लीयरेंस के लिए तेजी से काम चल रहा हरियाणा बिजली उत्पादन निगम के प्रबंधक निदेशक IAS अशोक मीणा ने बताया कि यमुनानगर में प्रस्तावित 800 मेगावाट यूनिट के नए थर्मल प्लांट निर्माण की एनवायरन्मेंटल क्लीयरेंस हासिल करने के लिए तेजी से काम चल रहा है। इसके लिए सलाहकार नियुक्त किए गए हैं, जो मामले को फॉलोअप कर रहे हैं। संभावना है कि जल्द ही क्लीयरेंस मिल जाएगी।

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