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मथुरा: चाय की चुस्की अगर लेनी है, तो चले जाएं मथुरा की फेमस दुकान पर. यहां 200 से 300 कुल्लड़ प्रतिदिन चाय के बिक जाते हैं. यहां की चाय एक बार पीने के बाद आपको मथुरा में किसी और जगह की चाय का जायका पसंद नहीं आएगी. यह दुकान तकरीबन 60 साल पुरानी है. लोकल 18 ने बात की इस दुकान का मालिक से. उन्होंने बताया कि कैसे उनकी चाय का स्वाद बेस्ट है.

1972 में हुई थी चाय की ये दुकान
मथुरा का श्री कृष्ण जन्म स्थान बेहद खास है और यहां अपनी एक अलग ही मान्यता है, लेकिन यहां आने वाले श्रद्धालु भगवान श्री कृष्ण के दर्शन के बाद इस दुकान की चाय की चुस्की लेना नहीं भूलते. कीमत और स्वाद में इतना भरपूर है कि आप एक बार यहां की चाय की चुस्की लेंगे, तो आप भी यही दौड़े चले आएंगे. फिर आपको जिले में कहीं भी चाय अच्छी नहीं लगेगी. इस दुकान पर जब भी आप चाय की चुस्की लेने के लिए पहुंचे थे, तो आपको भीड़ का जमावड़ा दिखाई देगा.

यहां हर दिन श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय लोग भी चाय की चुस्की लेने के लिए पहुंचते हैं. दुकान स्वामी देवकीनंदन शर्मा से जो उनकी दुकान के बारे में लोकल 18 ने बातचीत की तो उन्होंने बताया कि यह दुकान तकरीबन 60 साल पुरानी है और इस दुकान पर जब 15 पैसे की चाय मिलती थी. इस दुकान को पिताजी ने शुरू किया था और तब से लेकर आज तक हम इस दुकान को चलते चले आ रहे हैं. देवकीनंदन शर्मा ने बताया कि 1972 में पिता मोहन लाल शर्मा ने जन्मभूमि के गेट नंबर एक पर चाय बेचना शुरू किया. पिता जी के समय में 15 पैसे से चाय बेचने की शुरुआत हुई.

25 चाय पिलाते हैं फ्री में
उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे समय बीतता गया चाय के दाम भी बढ़ते चले गए. देवकीनंदन शर्मा ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान यह कहा कि पिताजी का स्वर्गवास 2012 में हो गया था. तब से लेकर आज तक हम इस दुकान को संभाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि चाय₹5 और ₹10 दी जाती है. यहां पर चाय लोग बड़े ही चावल के साथ चुस्की लेते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि जो लोग पैसे नहीं लेकर आते हैं, उनको अगर चाय पीनी है, तो दुकान पर आए हम उनसे फ्री में चाय भी दे देते हैं. दुकान स्वामी देवकीनंदन शर्मा ने बताया कि दुकान सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक खुली रहती है. बाबा और स्वामी लोगों को 25 चाय मुफ्त में पीलाई जाती है.

Tags: Food 18, Mathura news

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