नई दिल्ली: भारत बांग्लादेश सीमा पर आतंक की नई साजिश का खुलासा हुआ है जिसमें कुख्यात आतंकवादी संगठन हरकत उल जेहाद का हाथ भी शामिल है. बांग्लादेश में जेल से भागे अपराधियों और आतंकवादियों ने गिरोह बना लिए हैं और ये भारत बांग्लादेश सीमा पर पाकिस्तान से आए हथियारों के जरिए आतंकी वारदात की तैयारी कर रहे हैं. खुफिया दस्तावेजों के हवाले से बड़ा खुलासा हुआ है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के तीन सलाहकार भी इस संगठन के समर्थक हैं. पाकिस्तान ने 53 साल बाद अपने कंटेनर और जहाज के जरिए जो हथियार बांग्लादेश को भेजे थे अब वही हथियार भारत बांग्लादेश सीमा पर ये आतंकवादी संगठन इस्तेमाल करेगा.
सूत्रों के मुताबिक, भारत बांग्लादेश सीमा पर बड़ा आतंकवादी हमला हो सकता है और भारतीय सुरक्षा बलों पर घात लगाकर गोलीबारी की जा सकती है. इसके लिए बांग्लादेश में जेल से भागे हुए अपराधियों और आतंकवादियों का एक 50 सदस्यीय संगठन तैयार किया गया है. खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक इस संगठन को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के बेहद प्रभावशाली लोगों का वरदहस्त भी प्राप्त है.
आईएसआई की कोशिश भारत-बांग्लादेश सीमा पर बना रहे तनाव
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई नहीं चाहती कि भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव किसी भी कीमत पर कम हो. यही कारण है कि इस नए आतंकवादी संगठन को हथियारों के साथ-साथ पैसा भी झोंक रही है. इसी पैसे के लालच में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के तीन सलाहकार भी जुड़ गए हैं यानी आने वाले दिनों में यह संगठन भारत बांग्लादेश सीमा पर किसी ऐसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है जिससे तनाव और बढ़ जाए.
पाकिस्तान के आतंकी ट्रेनर बनकर जुटे हुए..
पाकिस्तान और बांग्लादेश की नापाक साजिश खोलने वाली इस रिपोर्ट में साफ तौर पर लिखा है कि इस ग्रुप में पाकिस्तान के आतंक देने वाली ट्रेनर भी शामिल है. साथ ही पाकिस्तान समर्थक जमाते इस्लामी नाम का संगठन भी इस पूरी साजिश में शामिल है. सीमा पर या भारत के अंदर कोई भी बड़ी आतंकी वारदात कर भारत बांग्लादेश के सबंधों को इस कदर खराब करने की कोशिश है कि माहौल सुधर ही न सके. इस पूरी रणनीति के पीछे पाकिस्तान की एक तीर से दो निशाने करने की रणनीति भी शामिल है.
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