नमन के पिता विक्रम ने अपनी बेटी को बेटे की तरह घोड़ी पर बिठाकर पूरे शहर में जुलूस निकाला. नमन देहरादून में हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी में सहायक शाखा प्रबंधक हैं. शादी को यादगार बनाने के लिए परिवार ने घुड़चढ़ी की रस्म को भव्य तरीके से निभाया. इस दौरान परिवार, रिश्तेदार, और सहेलियां भी शामिल हुईं और ढोल-नगाड़ों की धुन पर जमकर डांस किया.
समाज को संदेश देने की पहल
नमन ने बताया कि इस अनोखी रस्म का मकसद समाज को यह संदेश देना था कि बेटियां भी बेटों के समान हर परंपरा को निभा सकती हैं. उन्होंने कहा, “हमारे समाज में बेटियों को सीमाओं में बांधकर रखा जाता है. मैं चाहती थी कि मेरी शादी मेरी विचारधारा का प्रतीक बने और यह दिखाए कि बेटियां भी अपनी परंपराओं को अपने तरीके से निभा सकती हैं.”
शास्त्रों में नहीं है कन्या की घुड़चढ़ी का उल्लेख
स्थानीय पंडित कपिल शर्मा ने बताया कि शास्त्रों में कन्या की घुड़चढ़ी का उल्लेख नहीं मिलता है. हालांकि, उन्होंने नमन के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि यदि बेटियां समाज में जागरूकता लाने के लिए इस तरह के कार्य करती हैं, तो यह एक सराहनीय पहल है.
Tags: Local18, Marriage news
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