गांव-गांव जाकर हो रहा परीक्षण
बता दें कि चित्रकूट में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत दिल में छेद होने वाले बच्चों का स्वास्थ्य विभाग गांव-गांव जाकर परीक्षण कर रहा है. इसके साथ ही ऐसी समस्या होने पर उनका निशुल्क इलाज भी करवाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की इस पहल ने पाठा क्षेत्र के गरीब बच्चों को एक नई जिंदगी दी है. इलाज के बाद एक बार फिर से पाठा क्षेत्र के कई बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लौट आई है और वे हंसी-खुशी अपनी जिंदगी जी रहे हैं.
डॉक्टर ने दी जानकारी
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डॉक्टर पवन कुमार सिंह ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत हम लोगों द्वारा गांव-गांव जाकर ऐसे बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है जिनके दिल में छेद है. उसके बाद उन बच्चों का पंजीकरण करके हमारे द्वारा उनको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बुलाया जाता है. इसके बाद उचित उपचार के लिए उन्हें दूसरे अस्पताल में भेजा जाता है.
इसके लिए उनके परिवार वालों को एक भी रुपए खर्च नहीं करने पड़ते हैं और उनका निशुल्क इलाज हो जाता है. उनका कहना है कि अधिकांश लोग स्वास्थ्य सेवाओं की महंगाई से जूझ रहे हैं. दिल में छेद जैसे गंभीर रोगों का इलाज महंगा भी है. यह सुविधा खासकर उन परिवारों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं. हालांकि इस सुविधा का सभी लोग लाभ उठा सकते हैं.
कैसे मिलेगी सुविधा
दिल में छेद के मरीजों को मुफ्त इलाज की सुविधा प्राप्त करने के लिए सबसे पहले उन्हें पंजीकरण कराना होगा. इसके लिए मरीजों को अस्पतालों या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों से संपर्क करना होगा. जहां RBSK के डॉक्टर पवन कुमार सिंह, प्रदीप कुमार नामदेव से संपर्क किया जा सकता है और अगर इलाज की आवश्यकता पाई जाती है, तो ऑपरेशन के लिए मरीज का चयन किया जाएगा. इस पूरी प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की फीस नहीं ली जाएगी.
Tags: Chitrakoot News, Health, Local18, News18 uttar pradesh
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||