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नई दिल्ली. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की नई अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नीति के खिलाफ ‘इंग्लैंड के 50 प्रमुख खिलाड़ी’ अगले साल होने वाली द हंड्रेड प्रतियोगिता का बहिष्कार कर सकते हैं. खिलाड़ियों को फ्रेंचाइजी टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए बोर्ड से एनओसी की जरूरत होती है. लेकिन क्रिकेट बोर्ड अब इस नियम में कुछ बदलाव करने जा रहा है.

‘द टेलीग्राफ’ की रिपोर्ट के अनुसार, ईसीबी ने पिछले सप्ताह फैसला किया है कि वे उन टूर्नामेंटों के लिए एनओसी जारी नहीं करेंगे जिनकी तारीखें उनके घरेलू सत्र से टकराती हैं. हालांकि, उन खिलाड़ियों को छूट मिलेगी जिनके पास अपनी काउंटी टीमों से सिर्फ सीमित ओवरों के क्रिकेट का करार है.

रिपोर्ट के मुताबिक, “एनओसी के लिए जरूरी विदेशी लीगों की इस सूची में इंडियन प्रीमियर लीग को शामिल नहीं किया गया है, जबकि इसमें पाकिस्तान सुपर लीग का नाम है.” ऐसा माना जा रहा है कि खिलाड़ियों को विटैलिटी ब्लास्ट या द हंड्रेड की तारीखों से मेल खाने वाली किसी भी प्रतियोगिता के लिए एनओसी जारी नहीं की जाएगी. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ‘इंग्लैंड के 50 प्रमुख क्रिकेटरों का एक समूह’ द हंड्रेड के बहिष्कार पर विचार कर रहा है. यह हालांकि स्पष्ट नहीं है कि इस समूह में न्यूजीलैंड दौरे पर गई टीम का कोई खिलाड़ी शामिल है या नहीं.

रिपोर्ट में कहा गया है, “अगले साल, घरेलू सत्र से टकराने वाली लीगों में मेजर लीग क्रिकेट (अमेरिका), कनाडा की ग्लोबल टी20 लीग, लंका प्रीमियर लीग और कैरेबियन प्रीमियर लीग भी शामिल हैं. इस सूची के और बढ़ने की संभावना है.” इस मामले पर ईसीबी के रुख ने खिलाड़ियों को इस सप्ताह प्रोफेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (पीसीए) के साथ कई दौर की चर्चा करने के लिए मजबूर कर दिया है. खिलाड़ियों ने सोमवार को निकाय के सदस्यों से मुलाकात की और उसके बाद बुधवार को उनके प्रतिनिधियों की अधिकारियों के साथ बैठक हुई.

Tags: England Cricket

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