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मुंबई: महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री देवेणंद्र फडणवीस ने News18 इंडिया को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर खुलकर बात की. उन्होंने यह भी बताया कि सरकार बनाने में 5 दिन का समय क्यों लगा. उन्होंने बताया कि चुनाव से पहले से ही महाराष्ट्र की जनता पीएम मोदी के साथ थी. मुझे एक ही डर था कि लोग क्या कहेंगे कि यह सत्ता के लिए कितना लालची आदमी है, जल्दी मुख्यमंत्री बनने की कोशिश में लगा हुआ है.

सवाल – शपथ के लिए कितना इंतजार करना पड़ा
फडणवीस-मैं ऐसा नहीं सोचता था कि मुझे मुख्यमंत्री बनना है. मेरा लक्ष्य तो सिर्फ ये था कि हमारी सरकार महाराष्ट्र में बने. ईश्वर का ऐसा आर्शीवाद रहा कि सरकार ही वापस नहीं आई हमारी महाराष्ट्र में सरकार ही नहीं बल्कि हमें इतनी सीटें मिलेगी कि पार्टी ने मुझे दोबारा से मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया

सवाल- मैं समंद्र हूं लौटकर आऊंगा कि लिए आपको क्या क्या करना पड़ा?
जवाब- मैं मानता हूं कि पिछले 5 साल बहुत संघर्ष के लिए रहे. उद्धव जी ने हमारा साथ छोड़कर शरद पवार का दामन थामा. ढाई साल अलग-अलग तरह के प्लान बनाए गए मुझे जेल में डालने का भी प्लान था. मेरे साथी कोई भी मुझे छोड़कर नहीं गया और हमने सरकार को हिलाकर रख दिया.

सवाल- सरकार उनकी थी लेकिन बातें आप तक पहुंच जाती थी,
फडणवीस- हां, हमारे संपर्क थे. हमारी सरकार थी तो हमने किसी को प्रताड़ित नहीं किया था और न पैसा लेकर पोस्टिंग दी थी. ब्यूरोक्रेसी में मेरे लिए इज्जत थी और रुतबा भी था. ढाई साल हमने सरकार को हिला कर रख दिया था. हमारी सरकार आई तो हमने ढाई साल तेजी से काम काम करने की कोशिश की. शिंदे जी मुख्यमंत्री थे और मैंने और अजीत पवार जी ने मिलकर काम किया. मुझे लगता है कि रोलर कोस्टर राइड चल रही थी लेकिन उसका अंत अच्छा रहा.

सवाल- 2014 में 100 सीटें पार, 2019 और 2024 में 100 पर किया. फिर क्या वजह रही कि सरकार के गठन में इतना टाइम लगा
जवाब- मैं कहना चाहता हूं कि महाराष्ट्र की जनता 2014 के बाद से मोदी जी के साथ रही है. और महाराष्ट्र की जनता उनके साथ है. लोकसभा चुनाव में नैरेटिव हमारे खिलाफ चला गया जो मुझे लगता है कि हम संभाल नहीं सकें. 3 परसेंट वोट कम रहा और हमें बहुत सीटें गंवानी पड़ी लेकिन इस बार हम बहुत सजग रहे और इस वजह से हमने बहुत हासिल किया. तीन पार्टियों का निर्णय लेना होता है इसलिए समय लगता है. 2004 में कांग्रेस एनसीपी अच्छे से बहुमत में आई थी तो भी उन्हें 14 दिन लगे थे. 2009 में भी उन्हें 9 दिन लगे थे और मुझे नहीं लगता है कि इतने दिन लगे.

सवाल- आखिर किस वजह से एकनाथ शिंदे नाराज थे?
जवाब- मैं नहीं मनता कि वह नाराज थे. हमारी मीटिंग दिल्ली में अमित शाह जी के साथ चल रही थी तो एकनाथ शिंदे ने कहा था कि आपकी पार्टी के इतने लोग चुनकर आएं हैं कि आपके ऊपर प्रेशर होगा कि मुख्यमंत्री आपका हो. मैंने भी बाद में उन्हें कहा था कि हम सरकार बनाएंगे तो आपको सरकार में रहना चाहिए. मैं मुख्यमंत्री से उपमुख्यमंत्री बना तो मेरे भी ध्यान में आया लेकिन पार्टी ने मुझे कहा तो मैं बना.

Tags: Devendra Fadnavis, Maharashtra Politics

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