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हाइलाइट्सगुरुवार को मुंबई में देवेंद्र फड़णवीस मुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण करेंगे. पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ मंच पर मौजूद करेंगे एनडीए के कई बड़े नेता. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शपथ ग्रहण समारोह में लेंगे हिस्सा.

पटना. भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजीत पवार की महायुति महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रही है. सीएम का फेस भी फाइनल हो गया है और देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. गुरुवार की शाम 5 दिसंबर को 5:30 में मुंबई के आजाद मैदान में उनका शपथ ग्रहण होगा. इस मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे. यहां एनडीए के भी कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे, लेकिन नीतीश कुमार की मौजूदगी को खास कहा जा रहा है क्योंकि उनकी मौजूदगी भर से कई तरह की सियासत एक साथ सध जाएगी. नीतीश कुमार की मौजूदगी को लेकर जानकार यही कह रहे हैं कि यह अपने आप में एनडीए के लिए एक बहुत बड़ा बूस्ट है. यह एनडीए की उस मजबूती को एक बार फिर दिखाएगा जिसको लेकर विपक्षी दल लगातार उसमें कमजोरी की बात को हवा देता रहते हैं.

वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय कहते हैं कि, नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू जैसे एनडीए के नेताओं की मौजूदगी से एनडीए शक्तिशाली दिखेगा. खास तौर पर नीतीश कुमार की मौजूदगी से बीजेपी के लिए बहुत बड़ी शक्ति का काम करता है. ऐसा इसलिए कि महाराष्ट्र में यह चर्चा थी की बीजेपी इस बार मराठा या ओबीसी चेहरे पर दांव लगा सकती है. देवेंद्र फडणवीस अगड़े वर्ग से आते हैं ऐसे में सियासत के जानकार इसको इस नजर से भी देखते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ही नीतीश कुमार ओबीसी समाज के बड़े चेहरे हैं. इस मंच पर छगन भुजबल जैसे नेताओं की मौजूदगी भी बीजेपी की आगामी राजनीति का परसेप्शन बनाने में मददगार होगा. खास तौर पर ओबीसी और पिछड़े समुदाय के बीच सही मैसेजिंग होगी.

मुंबई के इस इलेक्शन पर खास नजर
रवि उपाध्याय कहते हैं कि, नीतीश कुमार महाराष्ट्र में पूर्वांचलों का प्रतिनिधित्व करने वाला चेहरा भी हैं. मुंबई में नीतीश कुमार के चेहरे की मौजदूगी का लाभ आने वाले लोकल बॉडी इलेक्शन में निश्चित तौर पर दिखेगा. खास तौर पर यूपी बिहार के लोगों के बीच नीतीश कुमार की मौजूदगी महायुति के लिए बिग बूस्ट होगा. इतना ही नहीं नीतीश कुमार की वहां मौजूदगी महाराष्ट्र की राजनीति और बिहार की राजनीति को एक साथ साधने का काम करेगी क्योंकि मंच पर छगन भुजबल जैसे कुशवाहा समाज के नेता भी मौजूद रहेंगे. दरअसल लव-कुश समाज के नेता नीतीश कुमार कहे जाते हैं और बिहार की सियासत में सीधा समीकरण सत्ता से बनता है.

महाराष्ट्र से बिहार की सियासत सधेगी
दरअसल, नीतीश कुमार लव कुश (कुर्मी-कोयरी) के नेता माने जाते हैं. बीते लोकसभा चुनाव में जब तेजस्वी यादव ने तमाम कवायद करते हुए कुशवाहा समाज को नीतीश कुमार से अलग करने की रणनीति अपनाई तो उसका कुछ लाभ भी देखा गया. लेकिन, उपेंद्र कुशवाहा और सम्राट चौधरी जैसे बड़े चेहरों के साथ नीतीश कुमार लव कुश को इंटैक्ट करने में लगे हैं. वहीं बिहार की सियासत में महाराष्ट्र के छगन भुजबल का नाम भी जुड़ जाएगा क्योंकी नीतीश कुमार के साथ वह भी वहां मंच पर होंगे. ऐसे में ओबीसी समाज को एक मैसेज देने के साथ ही लव कुश समाज को भी एक बहुत बड़ा मैसेज देंगे.

नीतीश कुमार के होने की खास मैसेजिंग
रवि उपाध्याय कहते हैं कि नीतीश कुमार जैसे सर्वमान्य नेता का पीएम मोदी के साथ महायुति के मंच पर होना एक भारतीय जनता पार्टी के लिए भी बहुत बेनिफिशियल होने जा रहा है. क्योंकि, लोकसभा चुनाव लोकसभा में वक्फ अमेंडमेंट बिल का मामला अभी लंबित है और नीतीश कुमार को लेकर कई कयासबाजियां होती रहीं हैं. लेकिन, जिस मजबूती से हाल के दिनों में नीतीश कुमार और चिराग पासवान जैसे नेता पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़े दिखते हैं, वह एनडीए सरकार की मजबूती के लिए बहुत बड़ी ताकत साबित है.

जेडीयू ने सियासी हकीकत अच्छे से समझ ली
वहीं, वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार शर्मा कहते हैं कि जेडीयू धीरे-धीरे वास्तविकता की ओर जा रही है. जदयू और बीजेपी का अलायंस रहेगा बिहार में भी इसको हराना नामुमकिन है. जिस लोकसभा चुनाव में जातीय ज्वार को भड़काने की कोशिश इंडिया अलायंस की ओर से हुई, उसका काउंटर भी नीतीश कुमार का चेहरा ही हैं. समाजवादी नेता होने के साथ ही वह जिस वर्ग का प्रतिनिधित्व करते हैं, यह एनडीए को और ताकत दे जाता है.

मंच पर जो दिखेगा उसका मैसेज भी जाएगा
अशोक कुमार शर्मा कहते हैं कि नीतीश कुमार अब जिस राजनीति के मुकाम पर पहुंच चुके हैं, बीजेपी के अलायंस में रहेंगे तो उनका सम्मान बरकरार रहेगा. ऐसा इसलिए कि स्वयं पीएम मोदी नीतीश कुमार की कई बार सार्वजनिक प्रशंसा कर चुके हैं. वहीं, बीजेपी जैसे जेडीयू के लिए अपरिहार्य है वहीं जेडीयू भी बीजेपी के लिए अनिवार्य है, दोनों में अन्योन्याश्रय संबंध है. दोनों का हाथ थामे रखना जरूरी है और मंच पर यही कुछ दिखेगा जब एनडीए के नेता एक दूसरे की हाथों में हाथ डाले हुए दिखेंगे और यही महाराष्ट्र से लेकर बिहार की सियासत के लिए खास मैसेजिंग भी होगी.

Tags: Bihar latest news, Bihar politics, CM Nitish Kumar, Devendra Fadnavis, Maharashtra News, Maharashtra Politics, Oath Ceremony, Pm narendra modi

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