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मुकेश पांडेय/मिर्जापुर : प्रदेश की योगी सरकार किसानों को धान व गेहूं की बजाय अलग खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. नई तकनीक से खेती करने के लिए किसानों को अनुदान दिया जा रहा है और बाजार में बिक्री में पूरा सहयोग दिया जा रहा है. विंध्यक्षेत्र के किसान परंपरागत खेती को छोड़कर मिर्च की खेती कर रहे हैं. एक्सपोर्ट की गई वैराइटी की खेती करके किसान बंपर कमाई कर रहे हैं. खास बात यह है कि महिलाएं भी मिर्च की खेती कर रही हैं और लाखों का मुनाफा कमा रही हैं. तगड़ा दाम मिलने के साथ ही आसानी से बिक्री हो रही है.

राजगढ़ क्षेत्र में किसान मिर्च की खेती करके मालामाल हो रहे हैं. क्षेत्र के भीटी की रहने वाली महिला किसान चिरौंजी देवी ने बताया कि करीब दो बीघा में रहेला व अन्य वैराइटी की खेती किए हुए हैं. इसका रोपण जून महीने में किया और अगस्त में पैदावार शुरू हो गई है. मार्च महीने तक अनवरत पैदावार होती रहेगी . मिर्च की मांग हमेशा रहती है. हालांकि डिमांड के अनुसार दाम मिलता है. फिलहाल 50 से 80 रुपये किलो के बीच में बिक्री हो रही है.

महिलाओं के लिए है फायदेमंद

चिरौंजी देवी ने बताया कि एक पौधे से करीब दो किलो पैदावार होती है. राजगढ़ में मंडी से दूर-दूर से व्यापारी खरीदने के लिए पहुंचते हैं. इस खेती में नीम के तेल का प्रयोग होता है. बेहद कम खर्च में प्रति बीघा डेढ़ लाख का मुनाफा हो जाता है. अगर कोई महिला खेती करना चाहती है, तो कर सकती  हैं. कम समय में खेती होती है और लाखों रुपये की आमदनी हो जाती है.

किसानों को हो रहा है मुनाफा- मेवाराम

जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने बताया कि हमारे यहां भारत सरकार द्वारा ग्रोथ एग्रीकल्चर एरिया में मिर्जापुर भी शामिल है. मिर्जापुर में 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के अनुसार किसानों को अनुदान भी मिल रहा है. खास बात यह है कि एक्सपोर्ट वैराइटी की मिर्च की खेती किसान कर रहे हैं. मिर्च की खेती से महिला किसान जुड़कर अपनी आमदनी भी बढ़ा रही है. इस बार मिर्च की खेती में किसान बेहतर लाभ पा रहे हैं. लगभग 100 रुपये किलो के अनुसार बिक्री हो रही है.

Tags: Hindi news, Local18

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