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कन्नौज: कन्नौज में बनने वाले इत्र की खुशबू को हर कोई पसंद करता है. शायद यही वजह है कि बहुत सी चीजों में लोग कहीं ना कहीं किसी न किसी रूप में कन्नौज में बनने वाले इत्र और एसेंशियल ऑयल का प्रयोग करते हैं. खुशबू के रूप में तो इत्र का प्रयोग होता ही है, साथ ही यहां पर बनने वाला एसेंशियल ऑयल बड़े पैमाने पर आयुर्वेदिक दवाओं वाले आइटम्स में भी प्रयोग किया जाता है. इसके साथ ही कन्नौज का इत्र, गुलाब जल व अन्य खाद्य पदार्थों में भी प्रयोग होता है.

कैसे होता है इस्तेमाल? 
इत्र या एसेंशियल ऑयल का प्रयोग सुबह की दिनचर्या से ही शुरू हो जाता है. जैसे टूथपेस्ट, ऑयल, साबुन, क्रीम, शैंपू, स्प्रे परफ्यूम, रूम फ्रेशनर और अगरबत्ती में इसका इस्तेमाल होता है. उसके बाद फ्लेवर के रूप में इसका उपयोग खानपान की सामग्री जैसे मिठाई, आइसक्रीम, शरबत, पान मसाला और मंजन में होता है. उसके बाद रोलऑन सुगंध में भी इसका प्रयोग होता है. एयर फ्रेशनेस या हवा में सुगंध डालने के लिए भी इसका उपयोग होता है. कच्चे माल के रूप में भी यह प्रयोग में आता है और मध्यवर्ती माल उद्योग के बीच फिर से बिकता है.

किन किन चीजों से बनता है
कन्नौज में बड़े पैमाने पर फूलों से इत्र निकाला जाता है. उसके बाद जड़ी बूटी, मसाले, सुगंधित पौधे व अन्य गढ़ के स्रोत से डेग भभका पद्धति से इसका प्राकृतिक तेल या यूं कहें इत्र निकाला जाता है. फूल में गुलाब, बेला, हिना, शमामा, केवड़ा और मिट्टी, मेहंदी आदि इत्र शामिल हैं.

अरोमाथेरेपी में भी होता प्रयोग
कन्नौज में बनने वाला एसेंशियल ऑयल कई तरह की अरोमा थेरेपी में भी प्रयोग होता है. इसका उपयोग मालिश व त्वचा की देखरेख में किया जाता है. चंदन, गुलाब, बेला, लैवेंडर, टी ट्री, मैंथा, रोज मेरी, नींबू, खस सहित कई तरह के और एसेंशियल ऑयल अरमाथेरेपी में काम आते हैं.

क्या बोले इत्र व्यापारी
लोकल 18 से बात करते हुए इत्र व्यापारी निशीष तिवारी बताते हैं कि कन्नौज में बनने वाला नेचुरल इत्र और एसेंशियल ऑयल आज आम जिंदगी की करीब 70% चीजों में शामिल है. लोगों की दिनचर्या इत्र से शुरू होती है और शाम को कहीं ना कहीं किसी स्रोत से इत्र पर ही खत्म होती है. कन्नौज में बनने वाले नेचुरल इत्र की डिमांड लगातार बढ़ रही है क्योंकि आज हर कोई नेचुरल चीज की तरफ ज्यादा भाग रहा है.

कन्नौज का इत्र खाद्य पदार्थों के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के निदान में भी प्रयोग होता है. कई तरह की अरोमाथेरेपी में कन्नौज का एसेंशियल ऑयल काम आता है. इसके साथ-साथ आयुर्वेदिक दवाओं में भी इन्हीं ऑयल का बड़े पैमाने पर प्रयोग होता है.

Tags: Kannauj news, Local18, News18 uttar pradesh

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