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उदय भूमि
नई दिल्ली। ब्राह्मणों की दिशा व दशा सुधारने के लिए राष्ट्रीय ब्राह्मण कल्याण बोर्ड गठन की मांग को लेकर एक बार फिर से ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने अपनी आवाज तेज कर दी है। पिछले कई वर्षों से लगातार देश के सभी राज्यों के राजनैतिक दल के प्रतिनिधियों, फिल्म और खेल जगत के नामचीन व्यक्तियों के साथ मुलाकात कर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन के मुद्दों को उठा चुके है। जिसमें अभी तक सिर्फ कुछ राज्यों में ही ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन हो पाया है। मगर इस लड़ाई को राज्य नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर गठन की मांग को लेकर फिर से लड़ाई शुरू हो गई है। जिसकी पैरवी खुद ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र कर रहे है। राष्ट्रीय स्तर पर ब्राह्म्ण कल्याण बोर्ड गठन होने के बाद शायद ब्राह्मणों की दिशा और दशा दोनों ही सुधर सकें। वर्तमान में देखा जाए तो आज भी ब्राह्मणों की स्थिति दयनीय है, चाहे वह शिक्षा से संबंधित हो या स्वास्थ्य से। ब्राह्मणों पर होने वाले अत्याचार की लड़ाई लडऩे के लिए कोई भी एक ऐसा मंच नहीं है, जहां पर खड़ा होकर ब्राह्मण समाज अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचा सकें।

इस लड़ाई को धार देते हुए मंगलवार को ब्राह्मण सेवक तरुण मिश्र ने असम की राजधानी गुवाहाटी में मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा से मुलाकात की और ब्राह्मण कल्याण से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा के दौरान तरुण मिश्र ने मुख्यमंत्री से कहा कि अगर राष्ट्रीय स्तर पर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन हो जाए तो इससे आने वाली ब्राह्मण समाज की पीढ़ी कि स्थिति में सुधार होगा, जिसका असर समाज पर भी अच्छा जाएगा। अगर इसकी शुरुआत मेघालय से हो तो सरकार के प्रति भी लोगों में एक नई पहल देखने को मिलेगी। वर्तमान में देश में 30 मुख्यमंत्री है। जिनमें कुछ राज्यों में राज्य स्तर पर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड का गठन भी हो चुका है। मगर इसका गठन अगर राष्ट्रीय स्तर पर किया जाए तो यह एक सकारात्मक पहल होगी। राष्ट्रीय ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इस पर मंथन करने की जरुरत है।

ब्राह्मण समाज में तमाम ऐसे परिवार हैं जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है। ऐसे परिवारों के बच्चों को शिक्षा और छात्रवृत्ति का लाभ मिलना चाहिए। जो कि अभी तक नहीं मिल पा रहा है। समाज में ब्राह्मणों का हमेशा से उच्च स्थान रहा है। यह स्थान उनकी त्याग, तपस्या का परिणाम है। यही वजह है कि ब्राह्मण समाज हमेशा से मार्गदर्शक की भूमिका में रहा है। मगर आज जो स्थिति ब्राह्मण समाज की है, वह किसी से छिपी नहीं है। अपने हक की लड़ाई के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है और कई राज्यों में ब्राह्मणों के हकों का शोषण हो रहा है। तरुण मिश्र और मुख्यमंत्री के बीच हुई लंबी वार्ता के बाद मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ने कहा कि आपका यह प्रयास बेहद ही सराहनीय है। इसके लिए जल्द ही सभी राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ समन्वय स्थापित कर वार्ता करने का प्रयास किया जाएग। जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड के गठन की मांग को रखा जाएगा।




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