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कोटा. बूंदी के केशवरायपाटन थाना इलाके में 23 साल की एक लड़की ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. उसके बाद उसके परिजनों और अन्य लोगों ने बवाल मचा दिया है. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बैंक कर्मचारियों ने लोन नहीं चुकाने के कारण लड़की के मकान को सीज कर दिया था. इससे वह तनाव में आ गई और उसने अपनी जान दी. आक्रोशित परिजनों और लोगों ने शव उठाने से इनकार कर दिया है. इससे पुलिस की सांसें फूल गई है.

परिजनों के मुताबिक मौत को गले लगाने वाली दिव्या मीणा बूंदी जिले के तीरथ गांव की रहने वाली थी. वह आईटीआई कर रही थी. उसकी मां ने भी डेढ़ साल पहले आत्महत्या कर ली थी. दिव्या के पिता महेश मीणा ने आवास फाइनेंस बैंक से 7 लाख रुपये का लोन लिया था. लेकिन वह बैंक की किस्त नहीं चुका पा रहा था. इस पर हाल ही में बैंककर्मियों ने उसके मकान को सीज कर दिया था. इससे दिव्या तनाव में आ गई और उसने जहर खा लिया.

बैंककर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग
इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई. हालांकि उसे तत्काल कोटा के एमबीएस अस्पताल लाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सकता. इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. परिजनों और ग्रामीणों का आरोप है कि बैंककर्मियों ने गांव में दहशत फैलाई. दिव्या के पिता की मौजूदगी में मकान को सीज कर दिया. इसे वह सहन नहीं कर पाई. परिजनों ने बैंककर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करने और मुआवजा दिलवाने की मांग की है.

गतिरोध अभी तक बना हुआ है
वे अपनी मांगों को लेकर कोटा के एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस उनसे समझाइस का प्रयास कर रही है. लेकिन अभी तक गतिरोध टूटा नहीं है. परिजनों ने धमकी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाएगी तब तक शव को नहीं उठाएंगे. फिलहाल केपाटन थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. शव अभी तक मोर्चरी में ही रखा हुआ है. गतिरोध टूटने के बाद उसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.

(डिस्क्लेमर – अगर आपके आसपास कोई शख्‍स ड‍िप्रेशन में है और आपको ऐसा लगता है कि उसके मन में खुद को नुकसान पहुंचाने का व‍िचार आ रहा है या कोई खुद को नुकसान पहुंचाने कोश‍िश कर रहा है. ऐसे में आप 9152987821 हेल्‍पलाइन नंबर पर फोन कर तुरंत जानकारी दे सकते हैं, ताक‍ि एक कीमती जीवन को बचाया जा सके.)

Tags: Big news, Crime News

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