शिलांग शहर में इस बार असम पुलिस के जवानों ने एक अलग भूमिका निभाई. 125 बटालियन के सैनिकों ने लाठी और बंदूक के बजाय झाड़ू उठाई और कब्रिस्तान की सफाई करने निकल पड़े. यह कब्रिस्तान कूड़े-कचरे से भर गया था. इसे साफ करके वहां के आसपास रहने वाले लोगों को बीमारियों से बचाने की कोशिश की गई. बटालियन के जवानों ने पूरे कब्रिस्तान क्षेत्र को साफ-सुथरा करने का जिम्मा लिया.
स्वच्छ भारत अभियान से प्रेरित हुई पहल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान ने पूरे देश में जागरूकता फैलाई है. आम जनता से लेकर सरकारी विभाग तक इस अभियान में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. इसी कड़ी में असम पुलिस की 6वीं बटालियन भी शामिल हुई. बटालियन के जवानों ने शिलांग के कब्रिस्तान और वहां की सड़कों को कूड़े से मुक्त करने की जिम्मेदारी उठाई. यह कदम शहर को स्वच्छ और स्वस्थ रखने के लिए उठाया गया.
कमांडेंट ने बताया अभियान का उद्देश्य
125 बटालियन के कमांडेंट डॉ. प्रदीप शैकिया और सहायक कमांडेंट विजय सिंह ने बताया कि वे सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियां निभाने में भी पीछे नहीं हैं. शिलांग का यह कब्रिस्तान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां दाह-संस्कार और पूजा सामग्री का कचरा जमा हो जाता है. कई बार मूर्तियों को भी लावारिस हालत में यहां छोड़ दिया जाता है. ऐसे में इसे साफ रखना हर नागरिक का कर्तव्य है.
सफाई को लेकर फैली गलत धारणाएं
अक्सर कब्रिस्तान जैसे स्थानों को सफाई के लिए नजरअंदाज किया जाता है. कई लोग इसे श्मशान का स्थान मानकर सफाई करने से कतराते हैं. लेकिन 125 बटालियन के जवानों ने इन धारणाओं को तोड़ते हुए सफाई का बीड़ा उठाया. यह बटालियन पहले भी शिलांग के विभिन्न स्थानों पर स्वच्छ भारत अभियान चला चुकी है और शहर को स्वच्छ रखने में सक्रिय भूमिका निभा रही है.
FIRST PUBLISHED : November 21, 2024, 16:09 IST
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