मयूर विहार में ड्रोन से ली गई तस्वीर
– फोटो : एएनआई
विस्तार
राजधानी में प्रदूषण के साथ अब कोहरे का डबल अटैक होगा। मौसम विभाग ने रविवार सुबह घना कोहरा व स्मॉग छाने का येलो अलर्ट जारी किया है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। इससे वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में विभाग ने वाहन चालकों से सावधानी से वाहन चलाने की अपील की है।
दिल्ली के आसमान में छाई धुंध
रविवार सुबह मयूर विहार और आस-पास के इलाकों से ड्रोन से फुटेज ली गई। अभी भी प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना हुआ है। सीपीसीबी के अनुसार पटपड़गंज का एक्यूआई 439 है, जिसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया है। नेहरू प्लेस और आसपास के इलाकों में धुंध की मोटी परत छाई हुई है और राष्ट्रीय राजधानी में एक्यूआई अब भी गंभीर श्रेणी में बना हुआ है।
#WATCH | Delhi: Drone visuals from Mayur Vihar and surrounding areas as pollution levels continue to remain high. The AQI of Patparganj is 439 categorised as ‘Severe’ as per CPCB.
(Drone visuals shot at 7.30 am) pic.twitter.com/RneAcMPCsb
— ANI (@ANI) November 17, 2024
उधर, शनिवार को पालम हवाई अड्डे पर हल्का कोहरा छाया रहा। सुबह सात बजे दृश्यता सबसे कम 500 मीटर दर्ज की गई। उसके बाद दोपहर एक बजे 1500 मीटर हो गई। सफदरजंग हवाई अड्डे पर सुबह साढ़े सात बजे दृश्यता 300 मीटर दर्ज की गई। दोपहर एक बजे 800 मीटर हो गई। मौसम बदलाव के चलते हवा एक बार फिर से शनिवार को गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। सुबह से लेकर रात तक स्मॉग की चादर छाई रही। हालांकि, दिन चढ़ने के साथ ही हल्का स्मॉग छंटने लगा। इससे लोगों को सांस लेने के साथ आंखों में जलन महसूस हुई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि रविवार को भी हवा गंभीर श्रेणी में रह सकती है। ऐसे में लोगों को प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ेगा। एनसीआर में शनिवार को दिल्ली की हवा सबसे प्रदूषित की गई। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 417 दर्ज किया गया।
यह शुक्रवार की तुलना में 21 सूचकांक की वृद्धि देखने को मिली। इससे हवा और दमघोंटू हो गई है। डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक हवा में ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 12.444 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.171 फीसदी रही। जबकि, शुक्रवार को पराली के धुएं की हिस्सेदारी 37.518 फीसदी रही। यह पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी सबसे अधिक है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि प्रदूषकों के प्रभावी फैलाव के लिए मौसम संबंधी परिस्थितियां प्रतिकूल हैं। वेंटिलेशन इंडेक्स 16000 घनमीटर प्रति सेकंड रही। 24 घंटे के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स 16500 घनमीटर प्रति सेकंड रहने का अनुमान है।
उत्तर भारत में कोहरा
उत्तर भारत में कोहरे का असर देखा जा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, आज सुबह 17 नवंबर को कोहरे की एक मोटी परत देखने को मिली। बीते दिन के मुकाबले जो अधिक स्पष्ट है। कोहरे का असर उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में भी देखने को मिल रहा है।
24 इलाकों में गंभीर हुई हवाएं
पटपड़गंज, द्वारका, मुंडका, नेहरू नगर समेत 24 इलाकों में शनिवार को हवा गंभीर श्रेणी व आईटीओ, डीटीयू समेत आठ इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशाओं की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति 10 से 16 किलोमीटर प्रतिघंटे से रही।
रविवार को हवाएं उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने का अनुमान है। हवा की गति 8 से 16 किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेगी। वहीं, सुबह के समय हल्की धुंध छाए रहने की संभावना है। ऐसे में हवा बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। सोमवार को हवा की चाल 6 से 14 किलोमीटर प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। इस दौरान घने से घना कोहरा छाने का अनुमान है।
एनसीआर में प्रदूषित शहर का एक्यूआई
- दिल्ली———417
- गाजियाबाद——363
- नोएडा———328
- गुरुग्राम———320
- ग्रेटर नोएडा——287
- फरीदाबाद——-255
(नोट: आंकड़े सीपीसीबी के मुताबिक)
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में अधिकतम एक्यूआई दर्ज
- जहांगीरपुरी——452
- बवाना———448
- नॉर्थ कैंपस——447
- अशोक विहार—-443
- बुराड़ी———441
- दिलशाद गार्डन—440
- आनंद विहार—–436
- मंदिर मार्ग——424
(नोट : यह सभी आंकड़े सीपीसीबी के मुताबिक)
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