Delhi-NCR AQI: सर्द होते मौसम के साथ बढ़ रहे प्रदूषण से लोगों की समस्या बढ़ गई है। सुबह और शाम के समय सड़क पर निकल रहे लोग लंबे समय तक खांसी, आंखों व गले में जलन, सांस लेने में दिक्कत के साथ परेशान है। आज सोमवार सुबह भी दिल्ली के कई इलाकों में धुंध की एक हल्की चादर नजर आई।
अक्षरधाम के आसपास के क्षेत्र में धुंध की एक परत नजर आई। जहां एक्यूआई 378 दर्ज किया गया है, सीपीसीबी के अनुसार, प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। आनंद विहार- 382, बवाना- 401, अशोक विहार- 380 एक्यूआई दर्ज हुआ है। यह आकंड़े सुबह आठ बजे तक के हैं। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के कालिंदी कुंज में यमुना नदी में जहरीला झाग तैरते दिख रहे हैं। जिसकी वजह से नदी में प्रदूषण का स्तर उच्च बना हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि मौसम सर्द होने के साथ प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। निचले स्तर पर प्रदूषण कण होने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। इसमें ऐसे लोग भी परेशान हो रहे हैं जिन्हें पहले कोई समस्या नहीं रही।
सफदरजंग में दृश्यता 500 मीटर दर्ज
राजधानी में स्मॉग और धुंध ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। इससे दृश्यता बेहद कम दर्ज की जा रही है। जैसे-जैसे सर्दी करीब आ रही है, वैसे ही दृश्यता में गिरावट देखने को मिल रही है। रविवार को सफदरजंग में सुबह के समय दृश्यता 500 मीटर रही। जोकि अमूमन इस समय एक हजार मीटर से अधिक रहती है। वहीं, सुबह साढ़े पांच बजे से लेकर छह बजे के बीच पालम में 700 मीटर दृश्यता रिकॉर्ड की गई। इससे सुबह के समय लोगों को दूर तक देखने में परेशानी का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक परेशानी वाहन चालकों को हुई। साथ ही, स्मॉग की वजह से लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यही नहीं, आंखों में भी जलन महसूस की गई।
दिल्ली समेत एनसीआर में प्रदूषण का स्तर
सीपीसीबी के अनुसार मौसमी बदलाव के चलते वायु गुणवत्ता में सुधार देखने को मिला। ऐसे में लगातार तीन दिनों से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुधार आ रहा है। इससे रविवार को एक्यूआई 334 दर्ज किया गया। हालांकि, अभी भी हवा बेहद खराब है। यह शनिवार की तुलना में 18 सूचकांक की कमी आई है। वहीं, शुक्रवार के मुकाबले 46 सूचकांक की गिरावट है। उधर, एनसीआर में सबसे साफ हवा फरीदाबाद की रही। यहां एक्यूआई 122 रहा, जोकि मध्यम श्रेणी है। इसके बाद गाजियाबाद में हवा में सुधार देखने को मिला। यहां एक्यूआई 232 रहा। वहीं, गुरुग्राम में 260, ग्रेटर नोएडा में 249, नोएडा में 220 एक्यआई रहा। इन शहरों में लोगों ने खराब हवा में सांस ली।
वायु प्रदूषण में पराली की हिस्सेदारी बढ़ी
बवाना, आनंद विहार, अशोक विहार समेत 24 इलाकों में हवा बेहद खराब और दो इलाकों में हवा खराब रही। वेंटिलेशन इंडेक्स 3200 घनमीटर प्रति सेकंड रही। 24 घंटे के भीतर वेंटिलेशन इंडेक्स 7000 घनमीटर प्रति सेकंड रहने का अनुमान है। डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम (डीएसएस) के मुताबिक हवा में ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 11.994 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 1.117 फीसदी रही। जबकि शनिवार को पराली के धुएं की हिस्सेदारी 20.556 फीसदी रही। जबकि शुक्रवार 17.814 प्रतिशत थी। भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक हवाएं दक्षिण-पूर्व से पूर्व दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति 4 से 8 किलोमीटर प्रतिघंटे से रही। सोमवार को भी हवा दक्षिण-पूर्व दिशा से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा 4 से 8 किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेंगी। वहीं, मंगलवार को हवाएं विभिन्न दिशा से चलेंगी।
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