रागी में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम, आयरन और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. यह कुपोषण और खून की कमी जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. आयुर्वेद के अनुसार, रागी मधुमेह रोगियों के लिए भी फायदेमंद है.
महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता का साधन
रागी के लड्डू का उत्पादन स्थानीय महिलाओं के लिए आत्मनिर्भर बनने का एक बेहतरीन माध्यम बन गया है. वे स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से इस लड्डू को तैयार कर रही हैं और बाजार में बेच रही हैं. सरकार द्वारा मिलेट्स फूड को बढ़ावा दिए जाने से इन महिलाओं को और अधिक अवसर मिल रहे हैं.
कैसे तैयार किया जाता है रागी लड्डू?
सोनभद्र के करमा ब्लॉक में बनाए जाने वाले इस लड्डू में रागी के साथ तिल, गुड़ और देशी घी का इस्तेमाल किया जाता है. रागी को साफ करके घी में भूना जाता है और फिर इसमें तिल और मेवे मिलाकर लड्डू बनाए जाते हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोनभद्र के रागी लड्डू की खूब तारीफ की है और इसे खुद भी खाया है. उन्होंने इस लड्डू को अन्य लोगों को भी गिफ्ट में दिया है.
आत्मनिर्भर बनने का बेहतरीन माध्यम
सोनभद्र का रागी लड्डू न केवल स्वादिष्ट है बल्कि पोषण से भरपूर भी है. यह स्थानीय महिलाओं के लिए आत्मनिर्भर बनने का एक बेहतरीन माध्यम है. सरकार द्वारा मिलेट्स फूड को बढ़ावा दिए जाने से इस लड्डू का उत्पादन और बिक्री बढ़ने की उम्मीद है.
Tags: CM Yogi Aditya Nath, Food, Local18
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