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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : FREEPIK

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राष्ट्रीय राजधानी में वाहन के पंजीकरण के दौरान हाथों हाथ आरसी जारी करने का निर्देश हैं, लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा है। आरसी मिलने में देरी को लेकर दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री ने कई बार अधिकारियों को कार्रवाई करने का आदेश दे चुके हैं। इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है।

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इस समस्या को दूर करने के लिए अब डिजिटल आरसी दिया जाएगा। इससे वाहन पंजीकरण के बाद उसी दिन पांच मिनट में आरसी वाहन मालिक के मेल पर मिल जाएगी। वर्तमान में परिवहन विभाग की ओर से डिजिटल आरसी की व्यवस्था लागू करने के लिए व्यवहार्यता का मूल्यांकन किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अगले साल से इस व्यवस्था को शुरू किया जा सकता है।

दरअसल, दिल्ली सरकार ने मार्च 2021 में डीलरों द्वारा आरसी छपाई और हाथों हाथ आरसी प्रदान करने की सुविधा शुरू की थी। इसके तहत पहली आरसी 17 मार्च 2021 को जारी की गई थी। सितंबर 2021 तक दिल्ली के सभी स्व-पंजीकरण डीलरों को आरसी प्रिंट करने का अधिकार दिया गया था। 

दिल्ली में 263 डीलर हैं जो अपने डीलर पॉइंट पर आरसी प्रिंट करने के लिए अधिकृत हैं। जून 2024 तक, डीलरों द्वारा कुल 15,11,428 आरसी प्रिंट की गई। 2021 में 3,07,630 आरसी छपीं, जो 2022 में बढ़कर 4,72,311 हो गईं। 2023 में यह संख्या बढ़कर 4,96,828 हो गई। अकेले जनवरी से जून 2024 तक कुल 2,34,659 आरसी वाहन मालिकों को हाथों हाथ दी गई। लेकिन कई मामलों में आरसी वाहन मालिक को (जिस दिन वाहन पंजीकृत हुआ उस दिन) नहीं दी जा रही है। इसकी शिकायत दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से भी कई गई है। 

कागजी कार्रवाई होगी कम

डिजिटल आरसी पीडीएफ फॉर्मेट में ऑनलाइन उपलब्ध होगा। वाहन मालिक अपने लिंक किए गए स्मार्टफोन के जरिए इसे डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं। इसके अलावा आरसी को डिजिलॉकर या एमपरिवहन जैसे एप पर अपलोड किया जा सकता है। इसमें क्यूआर कोड होगा जो सत्यापन के दौरान ट्रैफिक पुलिस की मदद करेगा। इससे न सिर्फ कागजी कार्रवाई को कम होगा बल्कि इसे हासिल करने की प्रक्रिया भी सरल होगी।

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