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-दिवाली पर शराब तस्करी रोकने को आबकारी विभाग की स्पेशल 15 की टीम ने संभाला मोर्चा
-आबकारी विभाग, जीएसटी और प्रवर्तन टीम की जोड़ी तोड़ेगी जिले में शराब माफिया का नेटवर्क
-अवैध शराब के कारोबार में शामिल तस्कर के साथ विक्रेताओं की कारिस्तानी पर रहेगी विभाग की नजर

उदय भूमि
लखनऊ। जनपद में अवैध शराब के कारोबार के संगठित गिरोह के नेटवर्क को तोडऩे के लिए शासन की ओर से चलाए गए विशेष प्रवर्तन अभियान का आगाज हो गया है। विशेष प्रवर्तन अभियान के साथ जिले में जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में ऑपरेशन क्लीन अभियान की शुरुआत हो गई है। इस अभियान में जिले से शराब तस्करों का सफाया तो होगा ही, साथ ही लाइसेंसी शराब की दुकानों की आड़ में अवैध शराब का कारोबार और ओवर रेटिंग करने वाले विक्रेता भी कार्रवाई की जद में आएंगे। त्योहारी सीजन की शुरुआत होने के बाद जहां एक तरफ शराब की बढ़ती खपत को पूरा करने के लिए शराब माफिया अपनी तैयारी में जुट गए है, तो वहीं दुसरी तरफ जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने भी शराब तस्करी को रोकने के लिए अपनी रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया है। जिले में शराब तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की स्पेशल 15 टीम के साथ जीएसटी और प्रवर्तन की टीम ने भी आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में जिले की कमान संभाल ली है।

बाहरी राज्यों में शराब तस्करी करने वाले माफिया भले ही लाख कोशिश कर लें, मगर लखनऊ में कदम रखते ही उनका सामना आबकारी विभाग की स्पेशल टीम से करना होगा। आबकारी विभाग की टीम कार्रवाई को अगर देखा जाए तो शराब तस्करों के संगठित नेटवर्क को तोडऩे के लिए अपने आपमें अन्य जिलों की टीम से बेहतर कार्रवाई कर रही है। पूर्व में हुई कार्रवाई से जिला आबकारी अधिकारी की टीम ने अपनी कार्रवाई का डंका पूरे प्रदेश में बजाया है। देखा जाए तो प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ सभी जिलों में टीमें कार्रवाई कर रही है। मगर उस कार्रवाई अपने कार्यों को किस तरह से निखारा जा सकता है, यह शायद लखनऊ के जिला आबकारी अधिकारी से बेहतर कोई नहीं समझ सकता है। जिला आबकारी अधिकारी ने अपनी रणनीति से एक नहीं बल्कि कई शराब माफिया को सलाखों के पीछे भेजा है, साथ ही सरकार के खजाने को भरने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। होली के त्योहार, लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के बाद अब दिवाली के त्योहार को सकुशल संपन्न कराने के लिए आबकारी अधिकारी की रणनीति पर उनकी टीम ने कार्य करना शुरू कर दिया है।

जिले के सभी मार्गों पर आबकारी विभाग की टीम ने शराब तस्करों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन के तहत अपना जाल भी बिछा दिया है। साथ ही आबकारी अधिकारी ने सभी आबकारी निरीक्षकों की भी दिवाली तक छुट्टी भी कैंसिल कर दी है। जब तक दिवाली को सकुशल संपन्न नहीं करा दिया जाता है तब किसी को भी जिले से बाहर जाने की मनाही है। इस बीच शराब तस्करों के नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने देहात क्षेत्र में होने वाले महुआ अवैध शराब के निर्माण पर शिकंजा कसने के लिए मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि जिले में आबकारी विभाग की सख्ती को देखकर शराब माफिया भी अपने रास्ते बदलते नजर आ रहे है। क्योंकि पूर्व में उनका धंधा जमने से पहले ही उजड़ गया तो अब वह किसी ओर रास्ते की खोज कर रहे है, जो लखनऊ की सीमा से बाहर हो। मगर शराब तस्करों के खिलाफ आबकारी विभाग की टीमें दिन के साथ रात में भी लगातार पहरा दे रही है।

रायबरेली कानपुर सीतापुर और अयोध्या-लखनऊ हाईवे पर बढ़ी चौकसी
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया जिले में अवैध शराब के निर्माण, परिवहन और बिक्री के खिलाफ विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत आबकारी विभाग की टीमें भी लगातार छापेमारी और दबिश दें रही है। जिले में बाहरी राज्यों से होने वाली तस्करी को रोकने के लिए सभी राजमार्ग और राष्ट्रीय मार्ग पर चेकिंग की बढ़ा दी गई है। जहां आबकारी विभाग की टीमें तीन शिफ्टों में लगातार वाहनों की चेकिंग कर रही है। मंगलवार को आबकारी निरीक्षक विजय शुक्ला, विवेक सिंह, लक्ष्मी शंकर वाजपेयी, रिचा सिंह, रजनीश प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार सिंह, कृति प्रकाश पाण्डेय, अभिषेक सिंह, विजय राठी, सुभाष चन्द्र, अरविंद बघेल, कौशलेन्द्र रावत, शिखर की टीम द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में चेकिंग अभियान चलाते हुए शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दी गई। रायबरेली कानपुर सीतापुर और अयोध्या-लखनऊ हाईवे एवं मौदा मोहान रोड पर से गुजरने वाले ट्रकों, टैंकरों और अन्य भारी वाहनों की चेकिंग की गई। साथ ही हाईवे स्थित ढाबों की चेकिंग की गई।

चेकिंग अभियान में आबकारी निरीक्षकों के साथ जीएसटी की टीमें और संबंधित थाना पुलिस की टीम भी कार्रवाई में सहयोग कर रही है। बाहरी राज्यों से शराब तस्करी होने वाले सभी मार्गों पर पहरा बढ़ा दिया गया है। जहां टीमें लगातार चेकिंग कर रही है। साथ ही आबकारी विभाग की टीमें देहात क्षेत्र में होने वाले महुआ अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए लगातार दबिश दे रही है और मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है। महुआ अवैध शराब के कारोबार में जुड़े लोगों की पहचान कर ऑपरेशन क्लीन के तहत सलाखों के भेजने की कार्रवाई तेज कर दी है। साथ ही देहात क्षेत्र के लोगों से भी लगातार अपील की जा रही है कि अपने-आसपास होने वाले अवैध शराब के निर्माण संबंधित कोई भी सूचना हो, आबकारी विभाग को उपलब्ध कराए। जिसके लिए टीम को एक-दुसरे का नंबर आदान-प्रदान करने के भी निर्देश दिए गए है।

बिना लाइसेंस के शराब पार्टी करने पर होगी जेल
जिले मेंं शराब तस्करों के खिलाफ की गई सख्ती के बीच आबकारी विभाग बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों पर भी अपना शिकंजा कसे हुए है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया आबकारी विभाग और थाना पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा विभूतिखंड स्थित समिट बिल्डिंग के बारों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मायबार हेडक्वार्टर और फायरफ्लाई बार पर अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की गई। टीम को सख्त निर्देश दिए गए है कि बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वाले बार, रेस्टोरेंट, होटल व बैंक्वेट हॉल पर लगातार चेकिंग करें। साथ ही संचालकों को भी चेतावनी दी गई कि बिना लाइसेंस के शराब पिलाने और बाहरी राज्यों की शराब मिलने पर संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। जिसमें जुर्माने के साथ जेल भी भेजा जाएगा।

लाइसेंसी शराब की दुकानों पर टीम ने मारा छापा
जिले में अवैध शराब के कारोबार पर नकेल कसते हुए आबकारी विभाग शराब विक्रेताओं को भी सबक सिखाने से नहीं चूक रहा है। पूर्व में लाइसेंसी शराब की दुकान पर मिली चंडीगढ़ की शराब ने अन्य लाइसेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दी है। भले ही एक दुकान से अवैध शराब बरामद हुई हो, मगर उस कार्रवाई ने अन्य लाइसेंसी शराब की दुकानों पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। दिवाली में बढ़ती शराब की खपत को देखते हुए अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों को आबकारी अधिकारी बिल्कुल भी बख्शने के मूड में नही है। जिसके लिए आबकारी निरीक्षकों को सख्त निर्देश दिए है कि प्रतिदिन अभियान चलाकर कार्रवाई करें।

टीमें भी आबकारी निरीक्षकों की टीम भी लगातार अपने-अपने क्षेत्र की दुकानों पर पहुंच कर लगातार निरीक्षण कर रही है। निरीक्षण के दौरान अपने मोबाइल से शराब की बोतल को स्कैन करने के साथ स्टॉक रजिस्टर को भी चेक किया जा रहा है। साथ ही विक्रेताओं को भी सख्त चेतावनी दी गई है कि शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक वसूली न करें और शराब की बोतल को पॉश मशीन से स्कैन करने के बाद ही बेचे। अगर किसी भी दुकान पर ओवर रेटिंग की शिकायत या फिर बाहरी राज्य की शराब की एक भी बोतल मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही लाइसेंस भी निरस्त कर दिया जाएगा।

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