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-शराब के शौकीनों की जिंदगी बचाने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने चलाई मुहिम
-दिवाली के त्योहार को सकुशल संपन्न कराने और अवैध शराब के कारोबार से जुड़े माफिया पर सख्ती
-अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह खत्म करने के लिए सख्ती से करें कार्रवाई: संजय कुमार प्रथम

उदय भूमि
गाजियाबाद। दिवाली का त्योहार सर पर है और उसके बाद विधानसभा उपचुनाव, त्योहार और चुनावी सीजन के बीच में आबकारी विभाग को इस बार एक नहीं बल्कि दो चुनौतियों के बीच काम करना पड़ रहा है। जिलें में बाहरी राज्यों की शराब तस्करी रोकने के साथ गाजियाबाद की सीमा से बाहर शराब तस्करी को रोकने के लिए आबकारी अधिकारी ने शराब तस्करों के संगठित नेटवर्क को तोडऩे के लिए रणनीति तैयार कर ली है। जिसके लिए आबकारी विभाग की टीमें जिले के सवेदनशील मार्ग के साथ बोडॅर पर भी पहरा दे रही है और शराब तस्करी में उपयोग होने वाले सभी रास्तों पर सख्ती बढ़ा दी है। शराब तस्करी के लिए माफिया हर तरह के हथियार का प्रयोग करते है। जिसके लिए वह राजमार्ग, राष्ट्रीय मार्ग के अलावा कोरियर कंपनी के सहारे भी अपने धंधे को बढ़ाने में जुटे रहते है। दिवाली में बढ़ती शराब की खपत को पूरा करने के लिए शराब माफिया तस्करी के लिए नए-नए रास्ते खोज रहे है तो वहीं दुसरी तरफ आबकारी विभाग की टीम भी शराब तस्करों को पकडऩे के लिए कार्रवाई का दायरा बढ़ाते हुए नई नई योजना पर काम कर रही है। दिवाली त्योहार के मद्देनजर आबकारी विभाग ने भी कमर कस ली है।

जनपद में अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जा सकें, इसके लिए आबकारी विभाग की टीम राजमार्ग, जनपद की सीमा, ढाबा, गांव के साथ-साथ संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करने में जुट गई हैं। छापेमारी का काम शुरू कर दिया गया है। हालांकि आबकारी विभाग की कार्रवाई से शराब तस्करों में इसका खौफ साफ जाहिर हो रहा है, क्योंकि आबकारी विभाग की कार्रवाई के डर से शराब माफिया भी जिले की सीमा में कदम रखने से बचते नजर आ रहे है। होली का त्योहार और लोकसभा चुनाव को सकुशल संपन्न कराने में जिस तरह से आबकारी अधिकारी की रणनीति कारगार साबित हुई थी। ठीक उसी रणनीति को एक बार फिर से दोहराते हुए दिवाली और विधानसभा उपचुनाव को संपन्न कराने के लिए आबकारी विभाग की टीमें मैदान में उतर चुकी है। जिसके परिणाम भी सकारात्मक सामने आ रहे है। आबकारी विभाग के राजस्व में हो रही वृद्धि का इसका सबसे उदाहरण है। अगर शराब तस्करी के मामले बढ़ते तो राजस्व में वृद्धि होना संभव नहीं था। दिवाली के त्योहार में अवैध शराब की आशंका के बीच आबकारी विभाग की टीम ने अभियान तेज कर दिया है। विभाग द्वारा रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान चलाकर भट्टी नष्ट करने के साथ ही शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। अवैध शराब की बिक्री एवं निर्माण पर रोक लगाने के लिए जिले में आबकारी विभाग विशेष अभियान चला रहा है। जिले में छापेमारी व धरपकड़ की कार्रवाई तेजी से चल रही है। आबकारी विभाग की कार्रवाई से शराब माफिया की भी बेचैनी बढ़ी हुई है।

ट्रांसपोर्ट नगर एवं कबाड़ गोदाम में छापेमारी की ढ़ूढी गई अवैध शराब
जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में रविवार को आबकारी निरीक्षक मनोज शर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, डॉ. राकेश त्रिपाठी, अखिलेश बिहारी वर्मा, अनुज वर्मा और अभय दीप सिंह की संयुक्त टीम द्वारा ट्रांसपोर्टनगर स्थित श्री आजाद ट्रांसपोर्ट, गोल्डेन ट्रांसपोर्ट, ढिल्लन ट्रांसपोर्ट ए.सी.सर्विसेज ट्रांसपोर्ट और कबाडख़ानों एंव ट्रांसपोर्ट नगर में स्थित मालगोदाम की गहन चेकिंग की गई। आदि का सघन निरीक्षण किया गया। किसी भी ट्रांसपोर्ट कंपनी पर किसी भी प्रकार की अवैध मदिरा की बरामदगी नहीं हुई। कबाडख़ानों में शराब के खाली बोतलों को क्रश करने के निर्देश दिए गए जिससे इनके दुरूपयोग की संभावना न रहे। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित मालगोदाम की सघन तलाशी ली गई। बिना चेक किए कोई भी सामान न भेंजे, नहीं तो ट्रांसपोटरों के खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी। आबकारी विभाग द्वारा झुग्गी-झोपडिय़ों में निवास करने वाले लोगों को अवैध शराब के विरुद्ध जागरूक किया गया।

सभी को अवैध शराब के निर्माण, बिक्री व तस्करी पर रोक लगाने के लिए व्हाट्सएप नंबर 9454466019 के साथ पांच अंकों का एक टोल फ्री नंबर 14405 उपलब्ध कराते हुए किसी भी प्रकार की अवैध मादक पदार्थों की गतिविधि की सूचना से अवगत करने के लिए निर्देश दिए। दबिश के दौरान किसी भी प्रकार की अवैध मदिरा की बरामदगी नहीं हुई। लोगों को अवैध मदिरा के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया गया। साथ ही ट्रांसपोर्टरों को भी सख्त निर्देश दिए गए है कि यहां जो भी पार्सल आता है, पहले खुद भी इसकी जांच कर लें। शराब की पृष्टि होने पर विभाग को इसकी सूचना दें। अवैध शराब के कारोबार में किसी भी ट्रांसपोर्टर की भूमिका संदिग्ध पाई गई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आबकारी निरीक्षकों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि समय-समय पर ट्रांसपोर्ट, बंद फैक्ट्री का खुद भी निरीक्षण करें। जिससे अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से खत्म किया जा सकें।

शराब की दुकानों का आबकारी विभाग की टीम ने किया औचक निरीक्षण
इसी के साथ निर्धारित समय से पूर्व दुकान व उसके आसपास मदिरा की बिक्री ना होने पाए इसको सुनिश्चित करने के लिए दुकान व उसके आसपास निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भी किसी प्रकार की अवैध मदिरा की बरामदगी नहीं हुई। स्थानीय लोगों से अपील की गई कि किसी प्रकार की अवैध मदिरा की सूचना यदि मिलती है तो तत्काल आबकारी विभाग को सूचित करें। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि आबकारी निरीक्षकों को मुख्य मार्गों पर चेकिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शराब तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और मार्गों पर पैनी नजर रखी जाएगी ताकि तस्करों पर शिकंजा कसा जा सकें।

जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि आबकारी निरीक्षकों को मुख्य मार्गों पर चेकिंग का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। शराब तस्करी की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों और मार्गों पर पैनी नजर रखी जाएगी ताकि तस्करों पर शिकंजा कसा जा सकें। उन्होंने बताया सभी आबकारी निरीक्षक टीम वर्क के साथ फील्ड में उतर चुके हैं। हाईवे, चेक पोस्ट, दिल्ली बॉर्डर, बस अड्डा और रेलवे स्टेशन भी चेकिंग की जा रही है। ग्राम प्रधान, चौकीदारों व ग्रामीण से भी अवैध शराब की सूचना का आदान-प्रदान करने के लिए मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए गए है।

सस्ती एवं मिलावटी शराब बन सकती है मौत की वजह
जहरीली शराब के सेवन से मौत की घटनाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आए दिन सामने आती रहती हैं। ग्रामीण क्षेत्र में शराब माफिया अपने मुनाफे के लिए अवैध रूप से शराब का निर्माण करते है। अवैध शराब के निर्माण, परिवहन एवं बिक्री को रोकने के लिए विभागीय स्तर पर निरंतर कार्रवाई चल रही है। अवैध शराब के सेवन से लोगों को बचाने और उन्हें जागरूक करने के उद्देश्य से जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया सभी आबकारी इंस्पेक्टरों को अपने-अपने क्षेत्र में लोगों से तालमेल बनाने के निर्देश दिए गये है। टीम द्वारा लगातार तस्करों पर कार्रवाई की जा रही है। विभाग को भरोसा है कि जागरूकता अभियान से इस धंधे को रोकने में मदद मिलेगी। शहरों के अलावा देहात क्षेत्रों में भी जागरूकता अभियान चल रहा है।

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