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राजस्थान के कोटा में NEET UG की तैयारी करने वाले 20 साल के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। ये स्टूडेंट्स उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। पुलिस को सुसाइड नोट मिला है जिसके बारे में पुलिस ने फिलहाल कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।
उत्तर-प्रदेश के रहने वाले इस स्टूडेंट ने बुधवार देर रात अपने PG के कमरे के सीलिंग फैन से फांसी लगा ली थी।
मानसिक बीमारी से जूझ रहा था मृतक- पुलिस
पुलिस ने बताया कि मृतक का नाम आशुतोष चौरसिया था और वो उत्तर-प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाला था। वो पिछले 6 महीने से कोटा में अपने कजिन के साथ NEET UG की तैयारी कर रहा था। वो एक साल पहले यहां कोचिंग करने आया था लेकिन 4-5 दिन बाद ही घर लौट गया था। फिर 6 महीने बाद कोटा वापिस लौटा था।
बुधवार देर रात आशुतोष के परिवार वालों ने उसे कई कॉल किए लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद PG केयरटेकर ने उसका दरवाजा खटखटाया तब भी कोई जवाब नहीं मिला। तब केयरटेकर ने पुलिस को फोन किया।
दादाबाड़ी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर नरेश मीणा ने बताया कि आशुतोष मेंटल इलनेस से जूझ रहा था जिसके लिए उसका इलाज भी चल रहा था।
ये इस साल कोटा में होने वाला 15वां स्टूडेंट्स सुसाइड का मामला है। वहीं पिछले साल यहां 26 सुसाइड केस हुए थे।
कोटा में 10वीं के छात्र ने छत से कूद कर जान दी
बुधवार को ही कोटा में 10वीं क्लास में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट ने तीन मंजिला घर की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। आरोप है कि बच्चा स्कूल से निकाले जाने के बाद डिप्रेशन में था।
बच्चे के पिता का आरोप है कि स्कूल में किसी सहपाठी ने उसके बैग में सिगरेट रख दी थी। इसके बाद मैनेजमेंट ने उसे स्कूल से निकाल दिया। लाख मिन्नतों के बाद भी स्कूल में बच्चे को वापस एंट्री नहीं दी गई।
परिजनों का कहना है कि वह स्पोट्र्स में अच्छा था। उसका खेलना भी बैन कर दिया। बच्चे की मौत के बाद घर के बाहर पिता उसके मेडल दिखाते हुए बोले- कराटे में इतने मेडल लाता था बेटा। कभी देखें हैं इतने मेडल।
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