Image Slider

प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


नई दिल्ली जिले की मंदिर मार्ग थाना पुलिस ने छोटे बच्चे चोरी कर बेचने वाले एक पति-पत्नी के गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो बच्चियों और पांच वर्ष के बच्चे को मुक्त कराया है। बच्चियों में एक की उम्र दो महीने तो दूसरी की दो वर्ष है। दो महीने की बच्ची को 24 घंटे में छुड़ाया गया है। पुलिस ने आरोपी दीपक सत्संगी, उसकी पत्नी अनीता देवी उर्फ नीतू व उनके हनुमान मंदिर पर रहने वाले मूक बधिर दोस्त रुधिर को गिरफ्तार किया है।

Trending Videos

नई दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला के अनुसार, 13 अक्तूबर को गोल मार्केट, बंगला साहिब रोड से दो महीने की बच्ची के लापता होने के बारे में मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन को सूचना मिली। मामला दर्जकर मंदिर मार्ग थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अमित कुमार तिवारी, के नेतृत्व में एसआई केवेंद्र, एसआई रजनी, एएसआई चंद्रहास व हवलदार माखन लाल की टीम ने जांच शुरू की।  टीम ने घटनास्थल पर और उसके आसपास लगे कैमरों की फुटेज को खंगाला। फुटेज से एक महिला की पहचान हुई। फुटेज में महिला एक छोटे बच्चे के साथ घटनास्थल से भागती हुई दिखाई दे रही थी। महिला के आगे के रूट का पता करने के लिए 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया। शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन के पास एक व्यक्ति महिला के साथ दिखाई दिया।

इसके बाद एसआई केवेंद्र की टीम ने हनुमान मंदिर, कनॉट प्लेस में रहने वाले मूक-बधिर रुधिर को गिरफ्तार कर लिया। रुधिर से पूछताछ करने के बाद पुलिस टीम गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास सुंदरपुरी कॉलोनी में पहुंची। यहां से अनीता देवी उर्फ नीतू नामक एक महिला को गिरफ्तार कर लिया। उसके घर में एक पांच से छह साल का लड़का और एक दो साल की लड़की  मिले। पुलिस ने दोनों बच्चों को होम में भेज दिया है। महिला ने इनको अपने भाई के बच्चे बताया था। मगर इसका सबूत नहीं दे पाई।

टुंडला से बच्ची को मुक्त कराया

नीतू से पूछताछ करने पर बताया कि पति दीपक दो महीने की बच्ची को बेचने ट्रेन से टुंडला जा रहा है। एसआई केवेंद्र व एसआई रजनी अलग-अलग टीम के साथ टुंडला के लिए रवाना हुए। टीम ने टुंडला रेलवे स्टेशन पर दीपक सत्संगी को पकड़ लिया।  अपहृत बच्ची को उसके कब्जे से बरामद कर लिया गया। दीपक सत्संगी भी बहरा और गूंगा है।

महिला है गिरोह की सरगना

टुंडला निवासी महिला नीतू इस गिरोह की मास्टरमाइंड है। वह मूक बधिर लोगों को बच्चों को चुराने में साथ लेती है, ताकि पुलिस पर उन पर संदेह न हो। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि दीपक ने उससे शादी की है या नहीं। या ऐसे ही वह नीतू के साथ रहता है। पुलिस ने 24 घंटे में दो महीने की बच्ची को बरामद कर एक परिवार को खुशियां दी है। पुलिस बाकी दो बच्चों के परिजनों की तलाश कर रही है।

Social Media Links

Follow Us on Social Media

Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||