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-आबकारी विभाग की टीमें सरगर्मी से कर रही तस्करों की तलाश, जिले में बढ़ाया पहरा
-त्योहार से पहले ही शराब तस्करों के खिलाफ आबकारी अधिकारी ने तैयार किया एक्शन प्लान

उदय भूमि
गाजियाबाद। त्योहार सीजन की शुरुआत होते ही शराब तस्करों पर अपनी नकेल कसने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोकने के साथ-साथ क्षेत्र में चोरी छिपे अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर भी नकेल कसी जा रही है। त्योहार का सीजन शुरु होते ही जनपद क्या पूरे प्रदेश और अन्य राज्यों में शराब तस्करी की आशंका रहती है। त्योहार से पहले ही आबकारी विभाग ने शराब तस्करों के खिलाफ अपनी रणनीति तैयार कर ली है और शासन की ओर से भी विशेष प्रवर्तन अभियान की शुरुआत हो चुकी है। जिसमें आबकारी विभाग की टीम के साथ प्रवर्तन मेरठ की टीम और क्षेत्रीय थाना पुलिस की संयुक्त टीमें अब एकजुट होकर शराब तस्करों के प्लान को धराशायी करने के लिए मैदान में उतर चुकी है। यह टीमें चेक, पोस्ट, हाईवे, दिल्ली यूपी बॉर्डर के साथ दिल्ली से गाजियाबाद की सीमा में प्रवेश करने वाले सभी रास्तों पर पहरा दे रही है। वहीं बंद पड़ी फैक्ट्री के साथ-साथ केमिकल फैक्ट्री में भी टीमें लगातार छापेमारी की कार्रवाई कर ही है।

जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार द्वारा तैयार की गई रणनीति शराब तस्करों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। शराब तस्करों की सोच से दस कदम आगे बढ़कर आबकारी विभाग की टीमें अपनी कार्रवाई को अंजाम दे रही है। ताकि अवैध शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जा सके। विभाग द्वारा रोजाना अलग-अलग क्षेत्रों में अभियान चलाकर हिंडन खादर क्षेत्र में शराब की भट्टी को नष्ट करने के साथ ही शराब तस्करों के संबंधित ठिकानों पर दबिश दे रही है। जिला आबकारी अधिकारी ने अवैध शराब का कारोबार करने वालों को सख्त चेतावनी दी है। अभियान के दौरान कच्ची शराब बनाते व बेचते हुए कोई पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए विभाग ने विशेष टीमें भी गठित की गई है। यह टीमें अवकाश दिवस हो या फिर कोई त्योहार व चुनाव, इन सबसे परे होकर अपनी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए दिन-रात भूलकर शराब तस्करों वज्र बनकर टूट रही है।

आबकारी विभाग की टीम का एक ही उद्देश्य है अवैध शराब के कारोबार को जड़ से खत्म करना और अवैध शराब से जुड़े लोगों को उनकी सही जगह पहुंचाना है। दरअसल औद्योगिक क्षेत्र में बंद पड़ी फैक्ट्री में शराब तस्करी अपने धंधे को चमकाने की जुगत में रहते है। क्योंकि बंद फैक्ट्री भले ही अन्य लोगों के लिए बंद है, मगर शराब तस्करों के लिए यह सबसे सुरक्षित स्थान होता है। इसलिए आबकारी विभाग की टीमें बीच-बीच में बंद फैक्ट्री में भी लगातार छापेमारी की कार्रवाई करती रहती है और चालू केमिकल फैक्ट्री जहां पर मिथाइल का उपयोग होता है, उन फैक्ट्री में भी दबिश देकर इसकी तफतीश करती है कि कहीं उन फैक्ट्री में केमिकल का दुरुपयोग तो नहीं किया जा रहा है। शराब तस्करों पर आबकारी अधिकारी की नीति ने होस उडा रखें है, जिसका परिणाम यह है कि जिले में पिछले काफी समय से शराब तस्करी के मामलों में कमी आई है और आबकारी विभाग के राजस्व में भी पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष अधिक राजस्व का प्राप्त हो रहा है।

जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया कि त्योहार सीजन को लेकर जिले में आबकारी विभाग की टीम द्वारा लगातार दबिश एवं चेकिंग दे रही है। शासन की मंशा अनुसार टीमें लगातार अपने-अपने क्षेत्र में शराब तस्करों पर कार्रवाई के लिए सड़कों पर वाहनों की चेकिंग कर रही है। जिले में चलाए जा रहे विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह, डॉ. राकेश त्रिपाठी, अखिलेश बिहारी वर्मा, मनोज शर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, अनुज वर्मा एवं अभय दीप सिंह की टीम और प्रवर्तन मेरठ हरिन्द्र कृष्णन्न, योगेश गुप्ता की संयुक्त टीम द्वारा सोमवार को एक दर्जन से अधिक मेरठ रोड इंडस्ट्रियल एरिया, साउथ साइड, बुलंदशहर रोड इंडस्ट्रियल एरिया, साहिबाबाद इंडस्ट्रियल एरिया में बंद पड़ी फैक्ट्रियों, प्लास्टिक का सामान निर्माता फैक्ट्रियों के अलावा संदिग्ध स्थानों का भी सघन निरीक्षण किया गया। साथ ही कुछ औद्योगिक क्षेत्रों में बंद पड़ी फैक्ट्रियों में सघन छापेमारी की। इस दौरान कोई आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद नहीं हुई।

कार्रवाई के उपरांत विभागीय अधिकारियों ने ट्रांसपोर्टरों एवं उद्यमियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उनसे यह भी अपील की गई कि यदि अवैध शराब निर्माण से संबंधित कोई जानकारी मिलती है तो इसकी सूचना विभाग को दें। साथ ही फैक्ट्री मालिक और गार्ड को सख्त रूप से चेतावनी दी गई कि अगर फैक्ट्री में किसी भी प्रकार की अवैध रुप से शराब के निर्माण की गतिविधियां पाई गई तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी ही साथ ही फैक्ट्री को भी सील कर दिया जाएगा। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि जनपद में अवैध शराब का निर्माण, बिक्री एवं परिवहन रोकने के लिए किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही है। सभी आबकारी निरीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्र में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

आबकारी विभाग का प्रचार-प्रसार बन रहा शराब तस्करों के खिलाफ हथियार
अवैध रूप से शराब के गोरखधंधे को खत्म करने की योजना पर आबकारी विभाग की टीम द्वारा काम किया जा रहा है। इसके लिए प्रचार-प्रसार के लिए चौकीदारों और पम्पलेट गांवों में चस्पा किए जा रहे है। कार्रवाई शुरू करने से लेकर अंजाम देने तक सूचना देने वाले का नंबर गुप्त रखा जाएगा। त्यौहार में शराब की खपत भी काफी बढ़ जाती है। खपत ज्यादा होने के कारण अवैध शराब का कारोबार भी बढ़ जाता है, जो काफी घातक होता है। आबकारी विभाग की टीम राजमार्ग, जनपद की सीमा, ढाबा, गांव के साथ-साथ संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करने में जुट गई हैं। छापेमारी का काम शुरू भी कर दिया गया है। आबकारी विभाग की ओर से विभिन्न जगहों में पोस्टर लगाकर व प्रचार अभियान चलाकर लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम द्वारा गाजियाबाद में अवैध मदिरा या विषाक्त मदिरा के विरूद्ध संदेश लिखे पोस्टर जगह-जगह चस्पा किए जा रहे हैं।

अवैध शराब का शौक है, तो उसे छोड़ दें। इसमें मिथाइल अल्कोहल की मिलावट हो सकती है। ऐसी शराब के प्रयोग से अंधेपन के साथ-साथ जान भी जा सकती है। अवैध शराब की जानकारी मिलने पर कोई भी व्यक्ति व्हाट्सएप नंबर 9454466019 के साथ पांच अंकों का एक टोल फ्री नंबर 14405 और कंट्रोल रूम के मोबाइल नंबर व व्हाट्सएप नंबर 7065011003 पर सूचना दे सकता है। आबकारी विभाग का टोल फ्री नंबर एवं जनपद गाजियाबाद का टोल फ्री नंबर उपलब्ध कराते हुए किसी भी प्रकार के अवैध मादक पदार्थों की गतिविधि की सूचना से अवगत करने के लिए निर्देशित किया गया एवं उन्हें आश्वस्त किया गया कि सूचना देने वालों का नाम-पता गुप्त रखा जाएगा।

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