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-निगम में पूर्ण हुई टेक्निकल बिड की प्रक्रिया, तीन कंपनियों ने दिया लाइव डेमो
-यातायात नियमों का पालन न करने वालों पर होगी ऑटोमेटिक कार्यवाही: नगर आयुक्त

गाजियाबाद। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) को लेकर नगर निगम कार्यवाही तेज कर दी है। आईटीएमएस के कंट्रोल रूम से शहर के पूरे ट्रैफिक पर नजर रखी जा सकेगी। तेज रफ्तार, बेतरतीब वाहन चलाने के साथ विपरीत दिशा में आने वाले वाहन चालकों का चालान काटा जा सकेगा। साथ ही कैमरों की मदद से अपराधियों को पकडऩे में भी मदद मिलेगी। सड़कों पर ट्रैफिक अवैध वसूली रुकेगी। कैमरों की मदद से यातायात नियमों को तोड़ने वालों का ऑटोमैटिक ई-चालान होगा। नंबर प्लेट रीडर लगा होने के कारण यातायात नियम तोड़ने वालों का ई-चालान होगा। इमरजेंसी में ट्रैफिक डायवर्जन के संबंध में अनाउंसमेंट किया जाएगा। कैमरों के सामने से निकलने वाले हर वाहन को स्कैन कर डाटा सर्वर में फीड हो जाएगा।

शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) को लेकर नगर निगम मुख्यालय में निविदा प्रक्रिया के क्रम में टेक्निकल बिड का काम सोमवार को पूरा हो गया। एफकॉन नोएडा की कंपनी, एमपी की कंपनी टेक्नोसिस, दिल्ली की कंपनी वैक्सी द्वारा टेक्निकल प्रक्रिया में भाग लिया गया। जिनके द्वारा शहर के तीन प्रमुख चौराहों पर नजर रखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था का लाइव डेमो दिया गया। कमेटी के सदस्यों में नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक, सिटी मजिस्ट्रेट, ट्रैफिक सहायक पुलिस आयुक्त जियाउद्दीन अहमद, मुख्य अभियंता निर्माण एनके चौधरी, विद्युत विभाग तथा पीडब्ल्यूडी अधिकारी उपस्थित रहे।

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की योजना के लिए प्रक्रिया तेजी से चल रही है। टेंडर प्रक्रिया में प्रतिभाग करने वाले तीन बिडर्स जिनके द्वारा टेक्निकल बीड में हिस्सा लिया गया। हापुड़ चुंगी, बुद्ध चौक वसुंधरा, सेठ मुकुंदन लाल चौराहा की रेड लाइट पर डेमो के रूप में कार्य हुआ है। जिसका समिति द्वारा लाइव डेमो देखा गया है। जिसमें किस प्रकार रेड लाइट प्रोसेस और चालान व अन्य कार्यवाही होगी दर्शाया गया। जिसमें शहर हित में बेहतर कार्य होगा। जिसके लिए तेजी से कार्यवाही चल रही है। टेक्निकल प्रक्रिया के बाद निर्णय के आधार पर फाइनेंशियल बिड खोलने का कार्य 10 से 15 दिन में होगा।

यातायात नियमों का पालन करना हर वाहन चालक के लिए जरूरी है। जिसके क्रम में विभागीय कार्यवाही गति पकड़ रही है। नियमों का पालन करना तथा अपनी और अपने सह चालकों की जान जोखिम में ना डालते हुए वाहनों को चलाना बेहद जरूरी है। जिस पर नजर बनाए रखने के लिए कार्यवाही चल रही है। नगर निगम मुख्यालय की प्रांगण में ही इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम का कंट्रोल रूम भी तैयार हो रहा है। जहां से ट्रैफिक विभाग द्वारा हर गाड़ी पर नजर बनाई जाएगी, चालान की प्रक्रिया भी ऑटोमेटिक होगी।

विक्रमादित्य सिंह मलिक
म्युनिसिपल कमिश्नर, गाजियाबाद

नगर निगम के कंट्रोल रूम से होगी निगरानी
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को कंट्रोल करने के लिए नगर निगम के मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिले में 8 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत है। सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम की समस्या रहती है। वहीं, यातायात नियमों के उल्लंघन से हादसे का खतरा रहता है। लोगों को राहत देने के लिए आईटीएमएस योजना पर काम तेजी से किया जा रहा है। योजना पर करीब 82 करोड़ रुपये खर्च होंगे। नगर निगम ने योजना पर काम शुरू कराने के लिए टेंडर निकाला है। तीन कंपनी में काम करने में दिलचस्पी दिखाई है। तीनों बिडर्स में जो बेहतर अंक प्राप्त करेगा उसको आगे बढ़ाया जाएगा। जिसका निर्णय समिति द्वारा लिया जाएगा। आईटीएमएस का अंतिम स्टेज पर टेंडर प्रक्रिया हो रहा है। लगभग 10 माह के भीतर समस्त कार्यवाही पूर्ण होने के बाद योजना धरातल पर फलीभूत होगी।
विक्रमादित्य सिंह मलिक
नगर आयुक्त
नगर निगम गाजिाबाद।

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