सफारी प्रबंधन ने इस सिलसिले में सेंट्रल जू अथॉरिटी को पत्र लिखा है और जूनागढ़ के शक्करबाग जू से भी संपर्क किया गया है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इटावा सफारी पार्क में दो नई शेरनियां लाई जाएंगी, जिनसे शिंबा और सुल्तान की मुलाकात कराई जाएगी. ताकि, उनका कुनबा बढ़ सके.
जंगली शेरनियों की तलाश
इटावा सफारी पार्क के निदेशक डॉ. अनिल कुमार ने लोकल 18 को बताया कि उनके स्तर पर सेंट्रल जू अथॉरिटी से अनुरोध किया गया है कि ऐसी शेरनियों को लाने की अनुमति दी जाए, जो जंगल में पैदा हुई हों न कि किसी ब्रीडिंग सेंटर या चिड़ियाघर में. उनका मानना है कि जंगल में जन्मी शेरनियों के साथ प्रजनन से उत्पन्न शावकों का जीन अलग होगा, जिससे बीमारियों का खतरा कम हो जाएगा.
पहली पीढ़ी के शेर हैं शिंबा-सुल्तान
शिंबा और सुल्तान इटावा सफारी पार्क की पहली पीढ़ी के शेर हैं. इटावा में पहली पीढ़ी के नौ शेर जन्मे थे, जिनमें से दो की मृत्यु हो चुकी है. सफारी प्रबंधन चाहता है कि इन शेरों के प्रजनन के लिए बाहरी शेरनियां लाई जाएं ताकि जीन में विविधता बनी रहे और बीमारियों का खतरा कम हो. 5 अक्टूबर को शिंबा और सुल्तान आठ साल के हो जाएंगे.
Tags: Etawa news, Local18
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