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-महापौर ने निगम अधिकारियों के साथ केडब्ल्यू दिल्ली-6 मॉल का किया निरीक्षण

गाजियाबाद। बड़े बकायेदारों पर नगर निगम ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। बकाया जमा नहीं करने वालों के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई होगी। शुक्रवार को महापौर सुनीता दयाल ने सिटी जोनल प्रभारी अंगद गुप्ता, टैक्स अधीक्षक रामबली पाल, अवर अभियंता नागेंद्र शर्मा, टैक्स निरीक्षक अरूण आदि के साथ राजनगर एक्सटेंशन स्थित केडब्ल्यू दिल्ली-6 मॉल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया कि मॉल में बनीं 688 दुकानों में से सिर्फ 224 दुकानों पर ही हाउस टैक्स लगाया गया है, जबकि 464 दुकानों पर टैक्स नहीं लगाया गया। वहीं, मॉल की एक दुकान पर दो पिन नंबर जारी कर दिए गए। महापौर ने मौके पर खड़े होकर फीता डलवाकर पैमाइश कराई। मॉल स्वामी पर हाउस टैक्स का 1.36 करोड़ रुपए बकाया हैं। इसमें विसंगति पाई गई। एक दुकान पर दो पिन नंबर जारी किए गए। जबकि हाउस टैक्स 37 हजार रुपए और दूसरे 19 हजार रुपए हैं।

महापौर ने इस पर मौके पर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। मौके पर पूछा कि जब मॉल पर हाउस टैक्स का बकाया है तो सीलिंग की कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इस पर महापौर ने नाराजगी जताई। मॉल की कुछ दुकानों पर हाउस टैक्स लगाया गया, लेकिन उन पर भी कम टैक्स लगाया गया। महापौर ने इन सभी मामलों में अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर हाउस टैक्स की वसूली की जाए, अन्यथा मॉल पर सीलिंग की कार्रवाई की जाए। महापौर ने बताया कि राजनगर एक्सटेंशन स्थित केडब्ल्यू दिल्ली-6 मॉल की शिकायत प्राप्त हुई है। इस पर सिर्फ 28 लाख रुपए का हाउस टैक्स लगाया गया है।

वह भी कई साल से जमा नहीं करने पर बकाया हैं। महापौर ने इस पर अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।  शहर में हाउस टैक्स में बढ़ोतरी न कर अधिकारी कॉमर्शियल भवनों पर पहले से लगे टैक्स की सही पैमाइश कराकर हाउस टैक्स वसूलेंगे तो शहर से लगभग 2 हजार करोड़ रुपए से ऊपर हाउस टैक्स हो जाएगा। महापौर ने कहा कि लगातार शहर में हाउस टैक्स में की जा रही अनियमितताओं का प्रकाश डाल रही हूं। जिससे नगर निगम की आय में वृद्धि हो सकें। शहरवासियों पर हाउस टैक्स में वृद्धि का बोझ न पड़े।




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