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ताप्ती मंदिर के प्रमुख पुजारी सौरभ जोशी ने पंडित मिश्रा पर ताप्ती के अपमान का आरोप लगाया है।

सीहोर के कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा के साथ एक और विवाद जुड़ गया है। ताजा मामला बैतूल के मुलताई का है। मुलताई के मां ताप्ती मंदिर के प्रमुख पुजारी सौरभ जोशी ने पंडित मिश्रा पर ताप्ती के अपमान का आरोप लगाया है। जोशी ने कहा, ‘यदि वे मुलताई आकर

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जोशी ने रविवार को वीडियो जारी कर कहा, ‘पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान कहा था कि ताप्ती महारानी भगवान कृष्ण पर मोहित हो गई थीं। इसी कारण यमुना ने उन्हें श्राप दिया था जबकि इस बात का किसी भी शास्त्र में कोई उल्लेख नहीं है।’

वीडियो में कह रहे- ताप्ती को यमुना ने दिया था श्राप

दरअसल, पं. मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वे कहते दिख रहे हैं, ‘माता यमुना और उनकी छोटी बहन ताप्ती की आपस में कभी नहीं बनी। यमुना जी का नियम था कि जिस समय उनके घाट पर भगवान रास करेंगे, उस समय यमुना ठाकुर जी के श्री विग्रह पर आए पसीने को पोंछने के लिए जाएंगी।

एक बार यमुना का रूप रखकर ताप्ती चली गईं। ताप्ती ने श्री विग्रह के पसीने को पोंछ दिया। इसी दौरान यमुना जी वहां पहुंचीं और ताप्ती को वहां देखा। यमुना जी को गुस्सा आ गया। उन्होंने पूछा तो ताप्ती ने कहा-मैं कृष्ण को अपना बनाना चाहती हूं।’

इस पर यमुना ने क्रोध में आकर ताप्ती को श्राप दिया कि किसी भी नदी में अस्थियां विसर्जित होंगी तो उनको गलने में 44 दिन लगेंगे लेकिन तेरे जल में वे तुरंत समाप्त हो जाएंगी। आज भी ताप्ती नदी में अस्थियों को डाला जाता है तो वह डेढ़ घंटे के अंदर पानी में बह जाती है।’

पंडित प्रदीप मिश्रा का यह वीडियो दिसंबर 2022 का है, जब वे बैतूल में शिव पुराण कथा के लिए आए थे।

पुजारी बोले- अस्थियां जल्द घुलना ताप्ती की महिमा

ताप्ती मंदिर के पुजारी सौरभ जोशी ने कहा, ‘पंडित प्रदीप मिश्रा ने गलत जानकारी देखकर लोगों को गुमराह किया है। मां ताप्ती कभी भी इस प्रकार कृष्ण पर मोहित नहीं रहीं। ताप्ती के जल में अस्थियां उनकी महिमा की वजह से बाकी नदियों की तुलना में जल्द घुलती हैं।’

जोशी ने पंडित मिश्रा से मुलताई आकर ताप्ती महारानी का जल आचमन करके उनसे क्षमा याचना करने की मांग की है। उन्होंने सभी ताप्ती भक्तों से भी विरोध-प्रदर्शन करने की अपील की है।

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पं. प्रदीप मिश्रा को नाक रगड़कर क्यों मांगनी पड़ी माफी

राधा रानी वाले बयान पर विवाद के 20 दिन बाद पंडित प्रदीप मिश्रा ने बरसाना पहुंचकर माफी मांग ली.. वो भी नाक रगड़कर। 29 जून शनिवार को पंडित मिश्रा का बरसाना पहुंचने का पहले से कोई कार्यक्रम तय नहीं था। वे 28 जून की रात को अचानक दिल्ली रवाना हुए। 29 जून सुबह दिल्ली पहुंचे। यहां उनकी ब्रज धाम के कुछ संतों से चर्चा हुई। इसके बाद वे सीधे 11 बजे बरसाना में राधा रानी के मंदिर में पहुंचे। पढ़ें पूरी खबर…

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