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गाजियाबाद। ऑनलाइन गेम में रुपये हारने के बाद रुपये के लिए अपनी ही नानी की हत्या करने वाले आरोपी नाती को थाना साहिबाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसके कब्जे से पुलिस ने 1 जोड़ी सोने के कुंडल बरामद किया है।
थाना साहिबाबाद शनिवार को बुजुर्ग की हत्या कि घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल ने बताया कि शुक्रवार थाना साहिबाबाद में मृतिका के बेटे अशोक कुमार निवासी खारा कुआ चौक अर्थला ने अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसकी मां की हत्या कर लूट व चोरी की तहरीर दी। पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर घटना के खुलासे के लिए टीम का गठन किया गया। सीसीटीवी फुटेज व मुखबिर की सूचना पर शनिवार को थाना साहिबाबाद पुलिस ने विनोद पुत्र छोटे लाल निवासी गली नंबर 7 रामनगर अर्थला साहिबाबाद, मूल पता सिरौरा काजी पोस्ट महमूदपुर गुन्नौर जनपद संभल को साहिबाबाद मैन रोड के किनारे से गिरफ्तार किया गया। डीसीपी निमिष पाटिल ने बताया पकड़ा गया आरोपी मूलरूप से संभल का रहने वाला है। अर्थला साहिबाबाद में उसके मामा अशोक व भगवान सिंह रहते है। करीब दो माह पूर्व आरोपी विनोद अपने मामा अशोक के घर आया था। यहीं पर अर्थला में एक दुकान किराए पर लेकर उसमें चाउमीन, समोसे आदि बनाने का काम करने लगा।

विनोद ऑनलाइन जूपी लूडो व तीन पत्ती गेम काफी समय से खेलता था। जिसमें पिछले एक वर्ष से काफी पैसे हार चुका था। किराए पर ली हुई दुकान का भी किराया नहीं दे पा रहा था। 8 जून को आरोपी मामा अशोक के घर से अपने मामा भगवान सिंह के कमरे पर अर्थला आया। जहां पर उसकी नानी हरप्यारी, मामा भगवान सिंह के घर पर ही थे और भगवान सिंह के बच्चे अपने ननिहाल गए हुए थे। घर में उस दौरान उसके मामा भगवान सिंह, नानी हरप्यारी व भगवान सिंह का भतीजा सुमित मौजूद था। इसके कुछ देर बाद उसके मामा भगवान सिंह अपने काम पर चले गये। उसके दोनों और उसकी नानी घर पर थे। दोपहर में उसके मामा घर पर आए और सुमित को भी अपने साथ लेकर चले गए। उस वक्त विनोद घर में गेम खेल रहा था। जिसमें वह काफी पैसे हार चुका था।

पैसों का इंतजाम करने के लिए घर से बाहर गया और काफी प्रयास किया मगर कहीं कोई इंतजाम नहीं हो पाया तो वापस अपने मामा के घर आ गया। जिसके बाद आरोपी ने अपनी नानी से कुछ रुपये मांगे तो देने से मना कर दिया। इस बीच दोनों के बीच हाथापाई हो गई। गुस्से में विनोद अपना घुटना नानी के सीने पर रखकर मुंह और गर्दन दबा दी। जिसमें उनकी मौत हो गई। घटना को अंजाम देने नानी के कान के कुंडल व घर में मंदिर के पास रखे 2000 रुपये लेकर वहां से चला गया और वापस जाकर दुकान खोल कर बैठ गया। रुपये जो चोरी किए थे वह आने-जाने और गेम खेलने में खर्च कर दिए।




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