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प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : फाइल फोटो

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अब आप स्थानीय रेलवे स्टेशनों से सस्ती दवाएं ले सकेंगे। भारतीय रेलवे ने प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के दायरे को बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसके लिए 61 से अधिक रेल मंडलों के स्टेशनों को चयनित किया गया है।  इसमें पुरानी दिल्ली, यूपी के प्रयागराज, अलीगढ़, गोंडा, बस्ती, बलिया, वाराणसी सिटी, फर्रूखाबाद और उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान समेत दूसरे राज्यों के रेलवे स्टेशन भी शामिल हैं।

अधिकारियों का कहना है कि प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इन स्टेशनों पर जल्द ही सस्ती दवाओं की दुकानें खुलेंगी। प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र में करीब 1963 दवाइयां और 293 सर्जिकल उपकरण की बिक्री की जाती है। यहां एंटी-कैंसर, एंटी-डायबिटिक्स, एंटी-इंफेक्टिव्स, एंटी-एलर्जिक, गैस्ट्रो समेत विभिन्न उत्पादों की रोग-प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाने वाली दवाइयों की बिक्री करने की अनुमति है। एलोपैथ के साथ आयुर्वेदिक उत्पादों को भी इस योजना में शामिल किया गया है। 

रेलवे बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि 61 स्टेशनों पर जनऔषधि केंद्र खोलने की प्रक्रिया तेज की जाए। इसके पहले ही 50 रेलवे स्टेशनों पर इस तरह के केंद्र खोलने का निर्णय लिया गया था। रेलवे ने स्टॉल खोलने के इच्छुक लोगों को आवेदन करने के लिए कहा गया है। इस तरह के केंद्र खोलने का उद्देश्य सभी लोगों किफायती मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयां उपलब्ध कराना है। यही दवा सभी केंद्रीय अस्पतालों में भी सप्लाई की जाति है। हालांकि दिल्ली के अस्पतालों और कई जगहों पर खोले गए इस तरह की दवा की दुकानों पर कई ऐसी दवा है जो मिलती है, इस वजह से तीमारदारों को अंग्रेजी दवा की दुकान से दवा खरीदने की मजबूरी होती है।

स्टेशनों पर खुलने वाले केंद्र

  • दिल्ली-पुरानी दिल्ली स्टेशन
  • उत्तरप्रदेश- प्रयागराज, अलीगढ़, ललितपुर, ऐशबाग, गोंडा जंक्शन, बस्ती, देवरिया जंक्शन, बलिया, फरूखाबाद जंक्शन, कासगंज, बरेली सिटी, बादशाहनगर, वाराणसी सिटी।
  • राजस्थान-बाड़मेड़, दुर्गापुर, फलना
  • उत्तराखंड-हरिद्वार स्टेशन
  • पंजाब-पठानकोट कैंट स्टेशन
  • झारखंड-जसिडीह स्टेशन
  • बिहार-भागलपुर, आरा, समस्तीपुर, हाजीपुर, छपरा।

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