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एमसीडी मुख्यालय
– फोटो : अमर उजाला

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इस बार की सदन में पेश होने के लिए तैयार एमसीडी के एजेंडे में करीब छह नए और 24 पुराने विषयों को जगह मिली है। इनमें निगम से जुड़े कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों को शामिल किया गया है। दिलचस्प यह है कि निगम के नए आयुक्त अश्वनी कुमार की निगरानी में 27 जून को सदन की पहली बैठक बुलाई गई है।

निगम के विभिन्न विभागों में डाटा एंट्री ऑपरेटरों की व्यवस्था करने, अस्पतालों व डिस्पेंसरियों के लिए दवाइयां व सर्जिकल सामान खरीदने समेत छह नए प्रस्ताव सदन में पेश होने के लिए तैयार एजेंडे में शामिल किए गए हैं। निगम कर्मचारियों की यूनियन को मान्यता देने संबंधी नीति बनाने के प्रस्ताव को एक बार फिर से एजेंडे में शामिल किया गया है, मई में सदन की आमसभा बैठक में भी इस प्रस्ताव को शामिल किया गया था।

कई महत्वपूर्ण स्थगित प्रस्ताव फिर शामिल

दिल्ली के 13 टोल पॉइंट्स पर आरएफआईडी के माध्यम से पथकर लेने के लिए चल रही व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए पुराने अनुबंध को आगे बढ़ाने के प्रस्ताव को भी एजेंडे में जगह दी गई है। इसके अलावा हौज खास में पुराने सामुदायिक भवन को तोड़ने, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के दूसरे चरण में शामिल निर्देशों को ध्यान में रखते हुए पार्किंग शुल्क को चार गुना तक बढ़ाने के प्रस्ताव को भी फिर से एजेंडे में शामिल किया गया है। इस प्रस्ताव को अक्तूबर की सदन की आमसभा बैठक में शामिल किया गया था। सेंट्रल जोन में न्यू फ्रेंडस कॉलोनी, जंगपुरा और कालकाजी में भूमिगत बहुस्तरीय कार पार्किंग बनाने और राजन बाबू फेफड़ा और क्षय रोग संस्थान परिसर में मेडिकल कॉलेज बनाने के प्रस्ताव को एक बार फिर से एजेंडे में जगह दी गई है। यह दोनों प्रस्ताव सालों से लंबित हैं।

इन प्रस्तावों को भी मिली जगह

दिल्ली में निगम के करीब 15 हजार पार्कों में करीब 1800 स्थायी माली और 2300 अनुबंध आधार पर माली काम कर रहे हैं। उद्यान विभाग के पास मालियों की भारी कमी है। निगम के सभी पार्कों में एक माली की भी व्यवस्था नहीं है। इस बार प्रस्ताव में अनुबंध आधार पर 600 मालियों की भर्ती के प्रस्ताव को शामिल किया है।

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