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गोपालगंज. विदेश में नौकरी का झांसा देकर टूरिस्ट वीजा पर बिहार के युवाओं को वियतनाम और कंबोडिया भेजा जा रहा है, जहां चीन और पाकिस्तान के साइबर अपराधियों द्वारा बंधक बनाकर ऑनलाइन स्कैम का गैरकानूनी कार्य कराया जा रहा है. अलग-अलग शहरों से ऐसी शिकायतें लगातार मिलने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच शुरू कर दी है. गोपालगंज में भी नगर थाने के बाद साइबर थाने में दूसरा केस दर्ज किया गया है. कंबोडिया के साइबर अपराधियों के चंगुल से बचकर वतन लौटे हथुआ थाने के हथुआ बाजार निवासी स्व. वीरेंद्र शर्मा के बेटे शुभम कुमार ने साइबर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराते हुए आपबीती सुनाई. साइबर थाने की पुलिस अधिकारियों की टीम भी शुभम की कहानी सुनकर हैरान रह गई. शुभम ने बताया कि हथुआ बाजार में के अशोक सिंह और दीपक सिंह ने विदेश जाकर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया. इसके लिए डेढ़ लाख रुपये भी मांगे.

परिवार की आर्थिक खराब होने के कारण शुभम ने अपने मामा उपेंद्र शर्मा से 1.15 लाख रुपये लेकर अशोक सिंह के खाते में दिए. एजेंट अशोक सिंह ने 27 नवंबर 2023 को टूरिस्ट वीजा देकर कोलकाता एयरपोर्ट से वियतनाम भेज दिया. वियतनाम में एक अजनबी ने शुभम को रिसीव किया और उसने मुन्ना उर्फ आनंद सिंह नाम के एजेंट को सौंप दिया. यहां से शुभम को कंबोडिया में बिल्ला नाम के जगह पर ले जाया गया, जहां डीजी ग्रुप नाम की चल रही एक काली कोठरी में बंद कर चीनी साइबर अपराधियों को सौंप दिया गया, जहां पर पहले से बिहार के अलग-अलग जिलों के कई युवा फंसे हुए थे.

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यहां पर चीन और पाकिस्तान के साइबर अपराधियों के द्वारा शुभम कुमार से कंप्यूटर के जरिये भारतीय नागरिकों को ठगी का शिकार बनाने का काम सौंपा गया. विरोध करने पर एक कमरे में बंद कर इलेक्ट्रिक शॉक दिया गया. किसी तरह से शुभम ने इसकी सूचना अपने परिजनों को दी. चीन के साइबर अपराधियों ने दो हजार डॉलर में शुभम को खरीदने की बात कही. इसके बाद पीड़ित के परिजनों ने एक लाख रुपये मुन्ना उर्फ आनंद सिंह के खाते में दिए और 18500 रुपये का टिकट कराया, तब उसे वतन भेजा गया.

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हथुआ के एजेंट समेत पांच पर FIR दर्ज
साइबर थाने की पुलिस ने शुभम शर्मा के बयान पर हथुआ थाने के हथुआ बाजार निवासी अशोक सिंह, दीपक कुमार सिंह, अर्जुन सिंह, एजेंट मुन्ना सिंह उर्फ आनंद सिंह तथा अभिरंजन कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. साइबर थाने की पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने के बाद छापेमारी शुरू कर दी है. हालांकि सभी आरोपित फरार बताए जा रहे हैं. गिरोह में शामिल अन्य एजेंट और साइबर अपराधियों की कुंडली को पुलिस खंगाल रही है. वहीं, साइबर डीएसपी अवंतिका दिलीप कुमार ने कहा कि पुलिस एक-एक बिंदु पर जांच कर रही है.

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NIA ने की थी जांच, जेल भेजा गया है एजेंट
कुचायकोट थाना क्षेत्र के करमैनी मुहब्बत के निवासी संजीत यादव ने कंबोडिया में नौकरी के नाम पर भेजकर पाकिस्तान के साइबर अपराधियों के हाथों दो हजार डॉलर में भेजने का आरोप लगाते हुए नगर थाने में पिछले महीने केस दर्ज कराया था. पुलिस ने केस को एनआइए को सौंप दिया था. एनआईए ने नगर थाना क्षेत्र के वीएम फील्ड के पीछे आलीशान मकान में छापेमारी कर एजेंट प्रह्लाद सिंह को गिरफ्तार किया था. पूछताछ करने के बाद प्रह्लाद सिंह को चनावे जेल भेज दिया गया था.

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क्या कहते हैं एसपी
एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि गलत वीजा देकर विदेश भेजनेवाले एजेंट पर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. नगर थाने में इसके पहले केस दर्ज हुआ था और पुलिस ने एजेंट प्रह्लाद सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा था और एनआइए जांच के लिए पहुंची. यह दूसरा केस है, जिसे साइबर थाने में दर्ज कराया गया है. पुलिस जांच कर एजेंट पर कार्रवाई कर रही है.

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