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नई दिल्ली: भले ही आप देश की राजधानी दिल्ली में रह रहे हों, लेकिन इन दिनों दिल्ली का जीवन किसी दूर-दराज के गांव से भी ज्यादा दुष्कर बना हुआ है. पानी को लेकर हायतौबा मची हुई है. लोगों को दो घूंट पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. पानी के बाद दिल्लीवालों को किसी भी वक्त बिजली संकट से भी जूझना पड़ सकता है, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है. बिजली की मांग ने पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं.

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार, 18 जून को दिल्ली में बिजली की डिमांड में रिकॉर्ड तोड इजाफा देखने को मिला. यहां बिजली की मांग 8542 मेगावॉट पर पहुंच गई है. इस साल मई के महीने में बिजली की डिमांड ने पिछले साल के रिकॉर्ड तोड दिए थे. मई के महीने में बिजली की डिमांड 8302 मेगावॉट पहुंच गई थी. 18 जून को दिन में यह मांग 8632 मेगावॉट पर जा पहुंची. दिल्ली में जैसे-जैसे सूरज आग उगल रहा है, उसी हिसाब से बिजली की मांग बढ़ रही है.

बिजली की मांग का टूटा रिकॉर्ड
दिल्ली इन दिनों भीषण गर्मी से जूझ रही है. मई के बाद से तापमान लगातार बढ़ रहा है. और हिसाब से बिजली की डिमांड भी बढ़ रही है. मई के महीने में बिजली की मांग 8000 मेगावॉट को भी पार कर गई. यह दिल्ली के इतिहास में पहली बार हुआ था.

16 जून, 2017 को दिल्ली में बिजली की मांग 6261 मेगावॉट थी. 29 जून, 2020 में यह डिमांड 6314 मेगावॉट दर्ज की गई. इसके ठीक एक साल बाद 2021 में बिजली डिमांड 6753 मेगावॉट और जून 2022 में 7695 मेगावॉट तक चली गई. 22 अगस्त, 2023 में यह मांग 7438 मेगावॉट को पार कर गई. इस साल 22 मई को यह आंकड़ा 8000 मेगावॉट को क्रॉस कर गया और अब 18 जून को बिजली की मांग ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए 8632 का आंकड़ा पार कर दिया.

दिल्ली में बिजली की मांग
दिल्ली में बिजली मांग दोपहर 3.22 बजे 8647 मेगावॉट तक पहुंच गई. दिल्ली के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक मांग है. 22 मई, 2024 को पहली बार दिल्ली की पीक बिजली मांग 8000 मेगावॉट तक पहुंच गई थी. 22 मई, 2024 से अब तक 8 बार दिल्ली का पीक पावर लोड 8000 मेगावॉट को पार कर चुकी है. 2024 के रिकॉर्ड से पहले, दिल्ली की पिछली उच्चतम 7695 मेगावॉट 29 जून, 2022 को दर्ज की गई थी.

जानकार बताते हैं कि बिजली की मांग अगर इसी तरह बढ़ती रही तो दिल्लीवालों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि तेज गर्मी में ट्रांसफार्मर फुंकने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. साथ ही गर्मी के चलते बिजली उत्पादन पर भी असर पड़ता है.

पानी के लिए हाहाकार
दिल्ली में पीने के पानी की किल्लत लगातार बढ़ रही है. एनडीएमसी ने खुद माना है कि लेडी हार्डिंग अस्पताल, आरएमएल अस्पताल और कलावती अस्पताल के साथ-साथ बंगाली मार्केट और मंडी हाउस में दो दिन से पानी नहीं आया है. वजीराबाद से पानी की कोई सप्लाई एनडीएमसी को नहीं मिल रही है. एनडीएमसी (NDMC) के पॉश इलाकों में टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई हो रही है. टैंकर में बड़े-बड़े पाइप डालकर घरों की टंकी में पानी पहुंचाया जा रहा है. NDMC के मुताबिक बंगाली मार्केट और तिलक मार्ग के भूमिगत जलाशय (UGR) में जलबोर्ड से 40 फीसदी पानी कम आ रहा है.

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