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जितेंद्र वर्मा, गाजियाबाद: कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के करीब दो साल बाद भी गाजियाबाद में अपराध कम नहीं हो रहा है। यहां बदमाश लगातार मर्डर, लूट और चोरी की वारदात करके पुलिस के इंतजामों की पोल खोल रहे हैं। डीएलएफ अंकुर विहार कॉलोनी की एक पॉश सोसायटी में एक कारोबारी के फ्लैट में उसके केयर टेकर की हत्या कर दी गई। उसका शव बुधवार देर शाम को हाथ-पैर बंधे हुए नग्न अवस्था में बरामद हुआ। हत्या कई दिन पहले की गई थी। फ्लैट से बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी।

नवभारतटाइम्स.कॉम
सांकेतिक तस्वीर

पुलिस ने मौके पर शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। एसीपी अंकुर विहार भास्कर वर्मा ने बताया कि मृतक की पहचान सिकंदर रॉय (50) के रूप में हुई है। सिकंदर मूलरूप से गांव देहरवा थाना तिरईया मोतिहारी बिहार का रहने वाला था। फिलहाल वह उस्मानपुर पुस्ता से नीचे घोंडा दिल्ली में किराये के मकान में रह रहा था।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के बिरला मंदिर के पास रहने वाले नोएडा में गारमेंट कंपनी के एक्सपोर्टर हैं। उन्होंने काफी समय पहले अंकुर विहार कॉलोनी के पार्थ अपार्टमेंट में ग्राउंड फ्लोर पर ए-3 फ्लैट खरीदा था । कुछ समय उनका एक बेटा इसी फ्लैट में रहा लेकिन उसका मन नहीं लगा और वह भी वहां से चला गया। तब उनका फ्लैट खाली पड़ा था लेकिन सभी सामान उसमें मौजूद था। ऐसे में इस फ्लैट की देखरेख का जिम्मा उन्होंने सिकंदर रॉय को सौंपा था।

कारोबारी की पत्नी गीता बिष्ट ने बताया कि उनके दिल्ली वाले मकान की मरम्मत के दौरान सिकंदर से जान-पहचान हुई थी। सिकंदर मकान से संबंधित सभी काम कर लेता था, इसलिए उन्होंने लोनी के फ्लैट की देखरेख की जिम्मेदारी करीब दो माह पूर्व उसे रखा था। गीता ने बताया कि उन्हें देर रात पुलिस की ओर से सिकंदर की मौत की सूचना मिली।

सिकंदर के करीबियों पर शक
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सिकंदर का शव जिस फ्लैट में मिला उसकी बाहर से कुंडी बंद थी। जिससे साफ जाहिर होता है कि सिकंदर की हत्या करने वाला शख्स उसके साथ आया था और वह उसका करीबी रहा होगा।

सिकंदर का शव नग्न अवस्था में था
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सिकंदर की हत्या अवैध संबंधों को लेकर किए जाने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं सिकंदर से बदला लेने के लिए नग्न कर उसके हाथ पैर बांध कर हत्या तो नहीं की गई। पुलिस उसके मोबाइल फोन नंबर के आधार पर यह जानने का प्रयास कर रही है कि उसकी आखरी बार किससे बात हुई। वहीं, दिल्ली में जहां वह रहा था वहां से भी पुलिस साक्ष्य जुटा रही है। मौके से पुलिस ने फिंगर प्रिंट समेत कई साक्ष्य एकत्र किए हैं।

पुलिस की मौजूदगी पर सवाल
जिले में हत्या, लूट, चोरी और स्नैचिंग की बढ़ती वारदात से पुलिस की मौजूदगी पर सवाल उठ रहे हैं। पिछले एक महीने में यहां 10 मर्डर हो चुके हैं, जबकि हत्या के प्रयास, चोरी, लूट और स्नैचिंग के भी कई मामले हैं। पुलिस लगातार सुरक्षा के दावे करती है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है।

एक महीने की प्रमुख वारदात
– 11 अप्रैल: लोनी बॉर्डर थाने की टीला शाहबाजपुर गांव के पास कार वॉशिंग सेंटर में काम करने वाले कर्मचारी पंकज की मालिक अमित मावी ने पीट पीट कर हत्या कर दी

-19 अप्रैल: मुरादनगर में एक गांव में चार वर्ष की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर की उसकी निर्मम हत्या

-20 अप्रैल: मसूरी थाना क्षेत्र में 8 साल की बच्ची को सेक्सुअली असॉल्ट कर हत्या।

-फरीदाबाद के कारोबारी भगवान दास को उधार के 20 हजार देने के लिए लोनी बुलाकर गोली मारकर हत्या।

-27 अप्रैल: क्रॉसिंग रिपब्लिक की पैरामाउंट सिंफनी सोसायटी में बीटेक स्टूडेंट की गोली मार कर हत्या।

-29 अप्रैल: लोनी बॉर्डर में बस डिपो की कैंटीन में खाना खाते समय हुए विवाद में दोस्त को बचाने गए युवक को बदमाशों ने मारी गोलियां

-1 मई: नंदग्राम थाना क्षेत्र में कारोबारी को रंगदारी के लिए अगवा करने के बाद एनेस्थीसिया इंजेक्शन लगाकर हत्या।

3 मई- टाटा स्टील के बिजनेस हेड विनय त्यागी की हत्या कर शव नाले में फेंका।

-हिंडन विहार में प्रॉपर्टी विवाद में छोटे भाई ने बड़े भाई की चाकू मारकर हत्या की।

-8 मई: लोनी बॉर्डर थाना एरिया की गुलाब वाटिका में डेढ़ लाख रुपये नहीं देने पर मां और भाई की हत्या

क्या कहते हैं कमिश्नर
गाजियाबाद के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने कहा कि हाल में हुई कुछ हत्या के मामलों में आरोपी परिवार या करीबी ही थी। जिसमें ज्यादातर क्राइम घर के अंदर हुआ है। इनमें लगभग सभी में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य बड़ी घटनाओं में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। विनय त्यागी हत्या मामले में जांच जारी है। जल्द ही आरोपियों को अरेस्ट कर इसका खुलासा किया जाएगा।

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