NEET Coaching: सभी पेरेंट्स अपने बच्चों को जिंदगी में आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं. लेकिन कई बार इन अपेक्षाओं के चक्कर में बच्चे इतना उलझ जाते हैं कि उन्हें जिंदगी ही बोझिल लगने लग जाती है.
जिंदगी से हार गया दिनेश
सिर्फ एक दिन गया था कोचिंग..
अगर आपके घर का कोई बच्चा कोचिंग जाता है या आप खुद इस तरह की कोचिंग गए हैं तो वहां का माहौल समझना आसान होगा. कोचिंग और उसमें भी नीट कोचिंग में हर तरह के स्टूडेंट्स पढ़ाई करते हैं. कोई बहुत होशियार होता है तो कोई कमजोर.. लेकिन सब पर दबाव बराबर का होता है. ऐसा नहीं है कि होशियार बच्चों को अलग से कोई घुट्टी पिलाई जा रही हो या कमजोर बच्चों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा हो. कुछ बच्चे इस तरह के हाई प्रेशर माहौल में एडजस्ट नहीं कर पाते हैं.
मौके से नहीं मिला कोई सुसाइड नोट
सवालों के घेरे में कोचिंग कल्चर
इस साल राजस्थान के कोटा में अब तक 15 से ज्यादा सुसाइड के मामले सामने आ चुके हैं. यह आंकड़ा सिर्फ कोटा का है. इसके अलावा बच्चे सीकर और दिल्ली में रहकर भी पढ़ाई कर रहे हैं. वहां से भी ऐसी खबरें सामने आती रहती हैं. हर मौत के बाद कोचिंग कल्चर पर सवाल उठाए जाते हैं, कुछ नए नियम और पाबंदियां तय होती हैं और फिर मामला जस का तस हो जाता है. दिनेश कुमार की मौत ने भी एक बार फिर से शिक्षा व्यवस्था और कोचिंग कल्चर को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है.
About the Author
Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h…और पढ़ें
Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h… और पढ़ें
- व्हाट्स एप के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- टेलीग्राम के माध्यम से हमारी खबरें प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
- हमें फ़ेसबुक पर फॉलो करें।
- हमें ट्विटर पर फॉलो करें।
———-
🔸 स्थानीय सूचनाओं के लिए यहाँ क्लिक कर हमारा यह व्हाट्सएप चैनल जॉइन करें।
Disclaimer: This story is auto-aggregated by a computer program and has not been created or edited by Ghaziabad365 || मूल प्रकाशक ||