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Air India Plane Crash: अहमदाबाद में हुए प्‍लेन क्रैश के बाद एयर इंडिया एक बार फिर सवालों के कटघरे में खड़ी है. इस हादसे के लिए अब ज्‍यादातर लोग दो ही वजहों को मान रहे हैं. पहली- प्‍लेन में अचानक आई खराबी और दूसरी- पायलट की चूक. अब असल में इस हादसे की वजह क्‍या है, यह एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) की रिपोर्ट के आने के बाद ही हो सकेगा.

वहीं, बीते पांच दशक की बात करें तो कई ऐसी काली घटनाएं जुड़ी हैं, जिन्‍होंने अलग-अलग समय पर देश की एयर सेफ्टी कई गंभीर सवाल खड़े किए थे. इन हादसों ने केवल तकनीकी या मानवीय त्रुटियों की कहानियों को ही उजागर नहीं किया था, बल्कि सिस्टम की खामियों और सुधार की दरकार की गंभीर दास्तान बयां की थी. वहीं इस हादसे ने एक बार फिर सिस्‍टम में मौजूद खामियों को समाने लाकर दिया है.

आइए अब आपको बताते हैं बीते पांच दशकों में हुए एयरक्रैश और उनकी वजह:

एयर इंडिया और उसकी सहायक कंपनियों के साथ कई ऐसी दुर्घटनाएं हुई हैं, जिन्होंने न केवल सैकड़ों जिंदगियां छीनीं, बल्कि एविएशन सिक्‍योरिटी पर गंभीर सवाल भी उठाए हैं. इन हादसों की जांच एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो ने की, जिसने हर बार तकनीकी खामियों, पायलट की गलतियों और प्रबंधन की कमियों को उजागर किया.

1. 12 जून, 2025: अहमदाबाद का भयानक हादसा
12 जून 2025 का दिन भारत की एविएशन हिस्‍ट्री में काले दिन के रूप में दर्ज हो गया. एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो एक एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर प्‍लेन था, अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रही थी. प्‍लेन में 230 पैसेंजर और 12 क्रू के सदस्य सवार थे. उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यह प्‍लेन अहमदाबाद के एक रिहायशी इलाके में एक इमारत से टकरा गया. इस भयानक हादसे में प्‍लेन में सवार 241 लोग और जमीन पर 38 लोग मारे गए. सिर्फ एक यात्री चमत्कारिक ढंग से बच पाया.

कारण: AAIB ने तुरंत जांच शुरू की और प्‍लेन का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया. अमेरिका और ब्रिटेन के विशेषज्ञों की मदद से जांच चल रही है. शुरुआती जानकारी में तकनीकी खराबी की आशंका जताई गई है, लेकिन अंतिम रिपोर्ट का इंतजार है.

2. 7 अगस्त, 2020: कोझीकोड में टेबलटॉप रनवे की चुनौती
7 अगस्त 2020 को कोझीकोड के कैलिकट इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दर्दनाक हादसा हुआ. एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1344, जो दुबई से आ रही थी, भारी बारिश और कम दृश्यता के बीच लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसल गई. बोइंग 737-800 प्‍लेन चार टुकड़ों में टूट गया. इस हादसे में 19 पैसेंजर्स और दोनों पायलटों की जान चली गई, जबकि 165 लोग बच गए.

कारण: AAIB की जांच में पता चला कि पायलट ने दो बार लैंडिंग की असफल कोशिश की थी. तीसरे प्रयास में उन्होंने देर से रनवे पर उतरने की कोशिश की, जिससे प्‍लेन रनवे से आगे निकल गया. कोझीकोड का टेबलटॉप रनवे, जो चारों तरफ गहरी खाइयों से घिरा है, पहले से ही जोखिम भरा माना जाता है. खराब मौसम ने इस जोखिम को और बढ़ा दिया. इस हादसे ने टेबलटॉप रनवे की सुरक्षा और पायलटों के प्रशिक्षण पर सवाल खड़े किए थे.

3. 22 मई, 2010: मंगलौर में पायलट की गलती
22 मई 2010 को मंगलौर में एक और दुखद हादसा हुआ. एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-812, जो दुबई से मंगलौर आ रही थी, रनवे से आगे निकल गई और एक गहरी खाई में गिरकर जल गई. इस हादसे में 158 लोगों की मौत हुई और सिर्फ 8 लोग बच पाए. यह हादसा भी कोझीकोड की तरह टेबलटॉप रनवे पर हुआ, जो अपने आप में एक चुनौती है.

कारण: AAIB की जांच में सामने आया कि कप्तान ने गलत फैसला लिया. सह-पायलट ने तीन बार चेतावनी दी कि लैंडिंग की स्थिति ठीक नहीं है और प्‍लेन को वापस ऊपर ले जाना चाहिए, लेकिन कप्तान ने उनकी बात नहीं मानी. जांच में यह भी पता चला कि कप्तान थके हुए थे, जिसने उनके निर्णय को प्रभावित किया. इस हादसे ने पायलटों की थकान और टेबलटॉप रनवे की खतरनाक संरचना पर सवाल उठाए.

4. 17 जुलाई, 2000: पटना में रिहायशी इलाके में हादसा
17 जुलाई 2000 को पटना में हुए भयानक हादसा में एलायंस एयर की फ्लाइट 7412 क्रैश हो गई. क्रैश होने वाला प्‍लेन बोइंग 737-2A8 था. यह प्‍लेन लैंडिंग के दौरान पायलट ने प्‍लेन पर अपना नियंत्रण खो दिया और प्‍लेन स्टॉल हो गया. कुछ ही सेकेंडों के बाद यह प्‍लेन एक रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया. इस हादसे में प्‍लेन में मौजूद 55 पैसेंजर्स और जमीन पर 5 लोगों की जान चली गई.

कारण: AAIB ने पाया कि पायलट ने लैंडिंग के लिए गलत दृष्टिकोण अपनाया, जिससे प्‍लेन स्टॉल हो गया. इस हादसे ने एयरपोर्ट के आसपास सुरक्षा नियमों की कमी को उजागर किया. रिहायशी इलाकों के पास एयरपोर्ट की स्थिति और पायलट प्रशिक्षण की कमियों ने इस हादसे को और गंभीर बना दिया.

5. 26 अप्रैल, 1993: औरंगाबाद में ट्रक से टक्कर
26 अप्रैल 1993 को औरंगाबाद में एक अजीब हादसा हुआ. इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 491, जो एक बोइंग 737 प्‍लेन था, उड़ान भरते समय रनवे के अंत में एक ट्रक से टकरा गया. इस हादसे में 55 लोगों की मौत हुई.

कारण: AAIB की जांच में पता चला कि पायलट की गलती के साथ-साथ एयरपोर्ट के आसपास सड़क यातायात को नियंत्रित न करने की लापरवाही इस हादसे की वजह थी. रनवे के इतने करीब ट्रक का होना अपने आप में सुरक्षा नियमों की बड़ी चूक थी. इस हादसे ने एयरपोर्ट के आसपास यातायात प्रबंधन और सुरक्षा प्रोटोकॉल को अधिक सख्त करने की जरूरत को उजागर किया.

6. 16 अगस्त, 1991: इंफाल में दुखद हादसा
16 अगस्त 1991 को इंफाल एयरपोर्ट पर इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 257 लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में सभी 69 लोगों की जान चली गई.

कारण: AAIB ने पाया कि पायलट ने गलत ऊंचाई का अनुमान लगाया और खराब दृश्यता में नीचे उतर गया, जिससे प्‍लेन जमीन से टकरा गया. यह हादसा पायलट गलती का स्पष्ट उदाहरण था.

7. 14 फरवरी, 1990: बेंगलुरु में एयरबस का हादसा
14 फरवरी, 1990 को बेंगलुरु के HAL एयरपोर्ट पर इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 605, जो एक एयरबस A320 थी, लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में 146 में से 92 लोगों की मौत हुई.

कारण: AAIB की जांच में पता चला कि पायलट ने समय से पहले लैंडिंग की कोशिश की, जिससे प्‍लेन रनवे से पहले जमीन से टकरा गया. इस हादसे की एक वजह नए एयरबस A320 के कॉकपिट डिज़ाइन से पायलटों का पूरी तरह परिचित न होना भी थी.

8. 19 अक्टूबर, 1988: अहमदाबाद में लैंडिंग की गलती
19 अक्टूबर 1988 को अहमदाबाद में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 113, जो एक बोइंग 737-200 थी, लैंडिंग के दौरान पेड़ों से टकरा गई. इस हादसे में 135 में से 133 लोगों की जान चली गई.

कारण: AAIB ने पाया कि खराब दृश्यता और पायलट के गलत निर्णय की वजह से यह हादसा हुआ. हवाई यातायात नियंत्रण की कमी और मौसम की सही जानकारी न मिलना भी इसकी वजह बना.

9. 21 जून, 1982: बंबई में बारिश का कहर
21 जून, 1982 को मुंबई के सहार एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट 403 भारी बारिश के दौरान लैंडिंग में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में 111 में से 17 लोगों की मौत हुई, जबकि 94 लोग बच गए.

कारण: AAIB ने पाया कि खराब मौसम और कम दृश्यता के कारण पायलट नियंत्रण खो बैठा.

10. 1 जनवरी 1978: मुंबई में समुद्र में गिरा प्‍लेन
1 जनवरी 1978 को एयर इंडिया की फ्लाइट 855, जो एक बोइंग 747 थी, मुंबई से उड़ान भरने के तुरंत बाद बांद्रा के तट पर अरब सागर में गिर गई. इस हादसे में सभी 213 लोग मारे गए.

कारण: AAIB की जांच में पता चला कि कॉकपिट में एक उपकरण की खराबी के कारण कप्तान दिशाहीन हो गया, जिससे प्‍लेन अनियंत्रित हो गया.

11. 12 अक्टूबर, 1976: बंबई में इंजन की आग
12 अक्टूबर 1976 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 171 बंबई में आपातकालीन लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई. उड़ान के दौरान इंजन में आग लग गई, जिससे सभी 95 लोगों की जान चली गई.

कारण: AAIB ने पाया कि इंजन में खराबी हुई के कारण फ्यूल लाइन कट गईं और आग फैल गई.

12. 31 मई, 1973: दिल्ली में बिजली के तारों से टक्कर
31 मई 1973 को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट 440 दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान बिजली के तारों से टकरा गई. इस हादसे में 65 में से 48 लोगों की मौत हुई.

कारण: AAIB ने पाया कि खराब मौसम में पायलट ने गलत निर्णय की वजह से यह हादसा हुआ.

13. 9 दिसंबर, 1971: मेघमलाई में जंगल में हादसा
9 दिसंबर 1971 को इंडियन एयरलाइंस का एक Avro HS-748 प्‍लेन मेघमलाई के जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. चेन्नई से त्रिवेंद्रम जा रहे इस प्‍लेन में 40 में से 31 लोग मारे गए.

कारण: AAIB ने पाया कि खराब मौसम में पायलट ने गलत नेविगेशन किया, जिससे प्‍लेन पहाड़ से टकरा गया.

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