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-पर्यटन मंत्री ने मानसरोवर भवन से तीर्थ यात्रियों को किया रवाना

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शनिवार को इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन में आयोजित भव्य समारोह में तीर्थ यात्रियों को रवाना करते हुए कहा कि भारत को फिर से सोने की चिडिय़ा बनाना है तो सनातन और आस्था को आधार बनाना होगा। उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने महाकुंभ जैसे आयोजनों से 3 लाख करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर दिखा दिया है कि आस्था में अद्भुत आर्थिक सामर्थ्य छिपी है। जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले सभी तीर्थ यात्रियों को यात्रा से लौटने के 90 दिन के भीतर 1 लाख रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी। इसके लिए सिर्फ एक फॉर्म भरना होगा। इस वर्ष 5 साल के अंतराल के बाद गाजियाबाद स्थित कैलाश मानसरोवर भवन से पहली बार 50 तीर्थ यात्रियों का जत्था रवाना हुआ है। कुल 15 जत्थों को भेजने की योजना है, जिसमें प्रत्येक जत्थे में 50 श्रद्धालु होंगे।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं एक तपस्वी और सन्यासी हैं। उनकी आध्यात्मिक सोच और व्यवस्थात्मक दूरदृष्टि ने उत्तर प्रदेश को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बना दिया है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद से यात्रा शुरू होना पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है। इस अवसर पर यात्रियों को विशेष किट वितरित की गई, जिनमें यात्रा के लिए आवश्यक सामग्री शामिल थी। कार्यक्रम में संगीत शिक्षा केंद्र वसुंधरा द्वारा शिव अर्चना और भजन संध्या का आयोजन किया गया। शिव-पार्वती पर आधारित भक्ति गीतों की प्रस्तुति ने वातावरण को भक्तिमय कर दिया। मंत्री जयवीर सिंह समेत तमाम गणमान्यजनों ने भजनों का आनंद लिया। महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने कहा मानसरोवर यात्रा सिर्फ आस्था नहीं, आत्मिक उत्थान की यात्रा है।

योगी सरकार द्वारा श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्थाएं वास्तव में सराहनीय हैं। इस अवसर पर धर्मार्थ कार्य विभाग के निदेशक संजय सिंह, उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन निगम की प्रबंध निदेशक सान्या छाबड़ा, विधायक अजीत पाल त्यागी, भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल, आचार्य कुशल देव सहित कई सम्माननीय व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पूनम शर्मा ने किया। इस आयोजन ने स्पष्ट संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश धार्मिक पर्यटन के जरिए सांस्कृतिक, आर्थिक और सामाजिक पुनर्जागरण की राह पर अग्रसर है। आस्था और विकास के इस संगम में शासन, प्रशासन और समाज की सामूहिक भागीदारी इसकी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभर रही है।

मुख्यमंत्री की व्यक्तिगत निगरानी में यात्रियों की व्यवस्था
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर सतत जानकारी लेते रहे हैं और उन्होंने ही मंत्री जी को प्रतिनिधि स्वरूप गाजियाबाद भेजा है। धर्मार्थ कार्य विभाग के सीईओ विश्व भूषण ने कहा कि यह यात्रा सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि साहसिक और सांस्कृतिक चेतना का भी प्रतीक है।

प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद, सुझावों का भी रखा जा रहा ध्यान
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि जिला प्रशासन तीर्थ यात्रियों की हर सुविधा का ध्यान रख रहा है। सुझाव रजिस्टर के माध्यम से यात्रियों की बातों को भविष्य के सुधारों में शामिल किया जाएगा।

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