सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र से लापता एक किशोर का शव शुक्रवार सुबह चार दिन बाद जेवर स्थित दयानतपुर गांव में नहर में मिला। मृतक की पहचान सन्नी रावल (16) निवासी गांव जैतपुर वैशपुर के रूप में हुई है। परिजनों ने मृतक के तीन नाबालिग दोस्तों पर हत्या के बाद पहचान छिपाने के लिए शव को तेजाब से जलाकर नहर में फेंकने का आरोप लगाते हुए अपहरण कर हत्या का केस दर्ज कराया है। मामले में सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने तीन बाल अपचारियों को पकड़ा है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
किशोर की गुमशुदगी और शव की बरामदगी
सुभाष रावल ने बताया कि उनका भतीजा सन्नी 10 जून को सुबह बाइक से घर से निकला था, लेकिन रात तक वापस नहीं लौटा। परिजनों ने आसपास और रिश्तेदारों में उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सन्नी का मोबाइल 10 जून शाम पांच बजे तक चालू था, लेकिन 11 जून को बंद हो गया। गुरुवार को पुलिस ने वाहन नंबर के आधार पर बताया कि सन्नी की बाइक खंदेड़ पुल, नहर जारचा के पास खड़ी है। शुक्रवार दोपहर सूरजपुर कोतवाली में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई और गुमशुदगी के पोस्टर भी लगाए गए। शुक्रवार रात 11 बजे पुलिस ने सूचना दी कि सन्नी का शव जेवर में नहर के पास मिला है।
परिजनों का आरोप: हत्या कर शव पर तेजाब डाला
परिजनों का आरोप है कि सन्नी का गांव के कुछ नाबालिगों से कुछ दिन पहले झगड़ा हुआ था। 10 जून को तीन नाबालिगों ने उसे गांव के गोल चक्कर पर रोका, मारपीट की और बेहोशी की हालत में बाइक पर बिठाकर गंग नहर ले गए। वहां दोबारा मारपीट के बाद उसकी हत्या कर दी गई। पहचान छिपाने के लिए शव पर तेजाब डाला और उसे नहर में फेंक दिया। शव बहकर जेवर की नहर में पहुंचा। परिजनों का कहना है कि रंजिश के चलते हत्या की गई।
पुलिस का दावा: डूबने से हुई मौत
सूरजपुर पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला कि सन्नी अपने दोस्तों के साथ नहर में नहाने गया था। गहरे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। घबराए दोस्तों ने मदद करने या सूचना देने के बजाय घर चले गए। जेवर कोतवाली प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि शव नहर के रैंप में फंसा मिला। तेज धूप और पानी में रहने के कारण शव फूल चुका था और काला पड़ गया, जिसे परिजनों ने तेजाब से जलने का दावा किया।
सन्नी की मां ने कर ली थी आत्महत्या
सन्नी के पिता हरिओम उर्फ सूका, जैतपुर वैशपुर में माली का काम करते हैं। सन्नी की मां ने जब वह पांच माह का था, तब आत्महत्या कर ली थी। सन्नी आठवीं पास था और छह माह से गांव में डीजे की दुकान पर हेल्पर का काम करता था। वह अक्सर देर से घर लौटता था। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद गांव के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
डीसीपी सेंट्रल नोएडा जोन, शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर अपहरण और हत्या का केस दर्ज किया गया है। मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल, और घटनास्थल की तकनीकी जांच की जा रही है। तीनों नाबालिगों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया जाएगा। नाबालिगों की संलिप्तता से गांव में आक्रोश है। ग्रामीणों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि समय पर समय रहते तलाशी अभियान चलाया गया होता तो शायद सन्नी बच सकता था।। परिवार में मातम पसरा है।