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Farrukhabad Famous Rabri: बाबा द्वारा मिली रेसिपी का ऐसा जादू कि 50 वर्षों बाद भी वही स्वाद बरकरार है. कई जिलों से ग्राहक यहां पहुंचकर इस रबड़ी का स्वाद चखते है. जिले भर में इस रबड़ी की अलग ही पहचान है. फर्रुखाबाद के अमन चौरसिया की कहानी कुछ ऐसी ही है. हनुमान जी के परम भक्त अमन, बचपन से ही प्रसाद के लिए विभिन्न मिठाइयां बनाते आ रहे है.

लोकल18 को बातचीत में अमन चौरसिया ने बताया कि उनकी सभी मिठाइयां पूरी स्वच्छता से बनाई जाती है, जिनमें कोई मिलावट नहीं होती. यही कारण है कि उनकी मिठाइयों का स्वाद जबरदस्त होता है. जब भी कोई उनकी दुकान पर आता है तो एक बार रबड़ी का स्वाद जरूर लेता है.

उनकी केसर और मेवाओं से तैयार स्पेशल रबड़ी का जादू हर किसी की जुबान पर चढ़ जाता है, जिससे यहां भीड़ उमड़ती है. आज भी वही पुराना रबड़ी का स्वाद बना हुआ है, जिसमें मुख्य रूप से दूध को गर्म करके बनाई जाती है. इसमें मौजूद स्वाद हर किसी को बहुत भाता है.

फर्रुखाबाद के कस्बा कमालगंज में अमन मिष्ठान भंडार के नाम से एक दुकान है. इसके संचालक अमन चौरसिया बताते हैं कि उनके हाथों का ऐसा स्वाद है कि आज भी हर कोई उनकी रबड़ी की तारीफ करता है. देर शाम से रबड़ी की बिक्री शुरू होती है और थोड़ी ही देर में खत्म हो जाती है.

शुद्ध दूध को धीमी आंच पर पकाया जाता है और फिर इसे मिट्टी के कुल्हड़ में भरकर ऊपर से मेवा डाली जाती है. जो भी इस रबड़ी का स्वाद लेता है, वह बताता है कि इसमें मिट्टी की खुशबू आती है और रबड़ी बेहतरीन है.

फर्रुखाबाद के कस्बा कमालगंज चौराहे के पास व्यस्त रोड पर मौजूद यह दुकान रबड़ी के स्वाद और शुद्धता के लिए जानी जाती है. जिले भर से लोग यहां प्रतिदिन पहुंचते हैं और लाजवाब रबड़ी का आनंद लेते है. लोगों की दीवानगी इतनी ज्यादा है कि रबड़ी के लिए यहां लाइन में खड़े रहते है.

इसलिए दुकानदार ने कई कर्मचारियों को रखा है.दुकानदार बताते है कि वे अच्छी क्वालिटी का दूध खरीदते हैं और उसे धीमी आंच पर पकाने के बाद मिट्टी के गिलास में निकालते है. रबड़ी को 50 रुपए प्रति ग्लास की दर से बेचा जाता है.

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फर्रुखाबाद की रबड़ी ने जीते लोगों के दिल, 50 सालों से स्वाद बरकरार

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