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Paddy Farming Tips : 20 जून के बाद यूपी में मानसून प्रवेश कर सकता है. इसके बाद धान की बुवाई में तेजी देखने को मिलेगी. धान की फसलों में कीटों का खतरा ज्यादा होता है ऐसे में अगर आप धान की बुवाई से पहले 168 रुपए क…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • धान की फसल में दीमक से बचाव के लिए बवेरिया बेसियाना उपयोग करें.
  • बवेरिया बेसियाना एक जैविक कीटनाशक है जो कीटों को मारता है.
  • बवेरिया बेसियाना की कीमत 168 रुपए प्रति किलो है.

शाहजहांपुर: धान की फसल में दीमक एक बड़ा खतरा है, जो पौधों की जड़ों और तनों को खाकर उन्हें कमजोर कर देती है. समय पर नियंत्रण न होने पर पौधे मर भी सकते हैं. इसलिए, धान की फसल को दीमक से बचाना बहुत जरूरी है. किसान धान की रोपाई से पहले ही जरूरी उपाय कर लें, वरना पौधों की ग्रोथ पर बुरा असर पड़ेगा. किसानों का दीमक से छुटकारा पाने के लिए अभी खाली पड़े खेतों में कुछ जरूरी उपाय करना चाहिए.

उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि भूमिगत कीट जैसे दीमक, व्हाइट ग्रब और गिड़ार फसल को नुकसान पहुंचाते हैं. ये जड़ों पर हमला करते हैं, जिससे पौधे कमजोर हो जाते हैं और उत्पादन पर विपरीत असर पड़ता है. इनकी वजह से रासायनिक उत्पादों का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिससे उपज की गुणवत्ता गिर जाती है. किसान अगर जैविक उत्पाद बावेरिया बेसियाना का इस्तेमाल करें तो दीमक जैसे खतरनाक कीट से छुटकारा पाया जा सकता है.

कैसे काम करता है बावेरिया बेसियाना?
बावेरिया बेसियाना एक प्रकार का लाभकारी फंगस है जो मिट्टी में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है. यह एक जैविक कीटनाशक के रूप में काम करता है और फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कई तरह के कीटों को नियंत्रित करने में मदद करता है. बावेरिया बेसियाना कीटों के शरीर के संपर्क में आने के बाद उन्हें संक्रमित करता है. फंगल बीजाणु कीट के बाहरी खोल में प्रवेश करते हैं, अंदर बढ़ते हैं और अंततः कीट को मार देते हैं.

कैसे करें बावेरिया बेसियाना का इस्तेमाल?
बावेरिया बेसियाना को इस्तेमाल करने के लिए एक एकड़ में करीब 2.5 किलोग्राम की आवश्यकता होती है. इसे 50 किलो गोबर की सड़ी हुई खाद या मिट्टी में मिलाकर खेत की अंतिम जुताई के समय बिखेर दें. उसके बाद जोतकर पाटा चला कर खेत को समतल करें और धान की रोपाई कर सकते हैं. इसे उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किया जाता है. अगर कोई भी किसान इसे खरीदना चाहता है तो उसे 168 रुपए प्रति किलो के हिसाब से कीमत अदा करनी होगी.

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20 जून से पहले करें 168 रुपए का ये जुगाड़… धान में नहीं लगेंगे दीमक, गिड़ार

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