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मुरादाबाद के शिल्पकारों ने ऐसा पीतल का अखंड दीया तैयार किया है जो 24 घंटे तक जलता है. यह यूनिक नक्काशीदार दिया देश-विदेश में लोकप्रिय हो रहा है और धार्मिक आयोजनों में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है.

हाइलाइट्स

  • मुरादाबाद के पीतल दीये की 24 घंटे जलने की क्षमता है.
  • नवरात्रि में दीये की मांग बढ़ी, देश-विदेश में लोकप्रिय.
  • दीये की कीमत 500 रुपये से शुरू होती है.

मुरादाबाद- उत्तर प्रदेश का मुरादाबाद शहर दुनिया भर में ‘पीतल नगरी’ के नाम से मशहूर है. यहां के नक्काशीदार पीतल उत्पाद देश-विदेश में अपनी गुणवत्ता और सुंदरता के लिए पहचाने जाते हैं. इसी कड़ी में अब मुरादाबाद के कारीगरों ने एक ऐसा ‘अखंड पीतल दीया’ तैयार किया है, जो न सिर्फ कला का उत्कृष्ट नमूना है बल्कि 24 घंटे तक जलने की क्षमता रखता है.

शिल्पगुरुओं की नक्काशी ने दिया को बनाया खास
इस दिए को खास बनाती है उस पर की गई चारों ओर की सूक्ष्म नक्काशी. मुरादाबाद के शिल्पगुरु इस दिए को अपने हाथों से तराशते हैं और उसकी बनावट में सुंदर चित्रकारी करते हैं. यह दीया पूरी तरह से हाथ से तैयार किया गया यूनिक प्रोडक्ट है, जिसकी देश के साथ-साथ विदेशों से भी डिमांड आ रही है.

पूरी रात जलता है दीया
स्थानीय पीतल कारोबारी सलमान बताते हैं कि सनातन धर्म में कई ऐसे अवसर होते हैं जैसे नवरात्र, शिवरात्रि, दीवाली आदि जब रातभर दीप जलाने की परंपरा है. पारंपरिक दीयों में बार-बार घी या तेल डालना पड़ता है, जो समय लेने वाला होता है. इसी जरूरत को समझते हुए उन्होंने एक ऐसा अखंड दीया तैयार किया है जो एक बार घी डालने पर 24 घंटे तक लगातार जल सकता है.

नवरात्रि में बढ़ी मांग
बीते नवरात्रि के समय इस दिए की डिमांड इतनी बढ़ गई कि कारीगरों के पास खाना खाने तक का समय नहीं था. वे दिन-रात ऑर्डर पूरे करने में लगे रहे. देशभर से इसे पसंद किया गया और आज इसकी खपत विदेशों तक पहुंच चुकी है. खासतौर पर वहां, जहां सनातन परंपराओं को मानने वाले लोग रहते हैं.

कीमत सिर्फ 500 से शुरू
इस अनोखे अखंड दिए की कीमत की बात करें तो यह 500 रुपये से शुरू होती है, जबकि कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर यह 22 रुपये तक में भी उपलब्ध कराया जा रहा है (संभवतः छोटे आकारों में). इसने न सिर्फ मुरादाबाद की कारीगरी को नई पहचान दी है, बल्कि धार्मिक परंपराओं में भी आधुनिक सुविधा का समावेश किया है.

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नक्काशी, परंपरा और विज्ञान का अद्भुत मेल, मुरादाबाद के इस दीये की डिमांड ने…

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