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Faridabad News: फरीदाबाद में मनोज ने अपने चार बेटों के साथ ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. मनोज अपनी पत्नी प्रिया के चरित्र पर शक करता था. बच्चों की उम्र 3 से 10 साल थी.

उस पिता की क्‍या मजबूरी थी, जिसने 4 बेटों और खुद को मौत की नींद सुला दियाहरियाणा के फरीदाबाद के बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेक पर जान देने वाले पिता के साथ मारे गए चारों बच्चों की उम्र 3 से 10 साल तक है

हाइलाइट्स

  • मनोज ने चार बेटों संग ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की.
  • मनोज अपनी पत्नी के चरित्र पर शक करता था.
  • बच्चों की उम्र 3 से 10 साल थी.

अनिल राठी

फरीदाबाद. हाथों में चिप्स के पैकेट और बचने के लिए छटपटाते रहे थे. लेकिन पिता ने उन्हें पूरी ताकत के साथ अपने आगोश में जकड़ लिया और फिर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.  सबसे बड़ा सवाल है कि पिता की ऐसी क्या मजबूरी थी कि उसने अपने 4 बेटों सहित मौत को गले लगा लिया. मामला हरियाणा के फरीदाबाद का है. मंगलवार को यह दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. घटना के पीछे के कारणों का भी पता चला है और मृतक मनोज अपनी पत्नी प्रिया के करैक्टर पर शक करता था.

जानकारी के अनुसार, घटना को लेकर हर किसी का दिल पसीज गया. ट्रैक के पास बच्चों के शव बिखरे हुए थे और चिप्ट के पैकेट भी गिरे थे. बच्चे पिता के आगोश से खुद को छुड़ाने के लिए छटपटाते रहे लेकिन, उसे जरा भी तरस नहीं आया और उसके सिर पर तो जान देने का भूत सवार था. जिस पिता ने चार बेटों को पैदा किया और अब तक पाला, उसे जरा भी दया उन पर नहीं आई. पूरी कहानी दिल को झकझोर देगी.

दरअसल, हरियाणा के फरीदाबाद के बल्लभगढ़ रेलवे स्टेशन  पर ट्रेक पर जान देने वाले पिता के साथ मारे गए चारों बच्चों की उम्र 3 से 10 साल तक है और चारों लड़के थे. जीआरपी पुलिस को मृतक की जेब में मिले मोबाइल नंबर के आधार पर जब पुलिस ने फोन किया तो दूसरी तरफ से उसकी पत्नी ने फोन उठाया और फिर घटना की सूचना दी. बदहवास पत्नी जब रेलवे ट्रैक पर पहुंची तो वह दहाड़े मार मार कर रोने लगी.

पत्नी ने पूछने पर उसमें सिर्फ इतना बताया की उसका पति उस पर शक करता था और उसके  जबकि जीआरपी पुलिस के अधिकारी ने ज्यादा कुछ ना बताते हुए इतना बताया कि अभी मामले की जांच की जाएगी और उसकी पत्नी से सवाल किए जाएंगे लेकिन फिलहाल वह होश में नहीं है.

जेब से मिली थी पर्ची और पत्नी का फोन नंबर

जीआरपी अधिकारी ने बताया कि ट्रेन के ड्राइवर ने इसकी पुष्टि की है कि वह अपने बच्चों के साथ ट्रेन के आगे खुद आ गया था. मुंबई से अमृतसर जाने वाली गोल्डन टेंपल एक्सप्रेस गाड़ी के सामने यह घटना हुई है.पुलिस मनोज मैहतो की जेब में पर्ची पर मिली और मोबाइल नंबर लिखा हुआ था और इस पर बच्चों के नाम और उम्र भी लिखी थी. उसी के आधार पर फोन करके उसकी पत्नी को सूचना दी गई थी.

कौन था मरने वाला शख्स

फरीदाबाद की लक्ष्मण कॉलोनी में रहने वाले चमन लाल अपनी पत्नी और चार बेटों पवन (10), कारू(9), मुरली (5), छोटू (3) और पत्नी प्रीति के साथ रहता था. यह परिवार मूल रूप से लखीसराय (बिहार) के गांव तारतर बरहिया का रहने वाला है. महिला ने पुलिस को बताया था कि घटना के दौरान मनोज चारों बच्चों को घुमाने के लिए लेकर गया था.

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Vinod Kumar Katwal

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from …और पढ़ें

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from … और पढ़ें

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उस पिता की क्‍या मजबूरी थी, जिसने 4 बेटों और खुद को मौत की नींद सुला दिया

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